
Rajasthan News: राजस्थान के जैसलमेर में हुए भीषण बस हादसे (Jaisalmer Bus Fire) की गूंज अब जयपुर के सियासी गलियारों तक पहुंच गई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने इस दर्दनाक त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए राज्य सरकार के सामने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. गहलोत ने दुर्घटना में मारे गए 20 लोगों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की. लेकिन उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हादसे की गहन जांच होनी चाहिए.
'नई बस में आग और लपटों का तेजी से फैलना जांच का विषय'
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मौके पर दुर्घटना के तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है, जहां 20 लोगों की मौत हो चुकी है और कई यात्री गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं. उन्होंने कहा, 'यह जांच का विषय है कि आखिर नई बस में आग कैसे लगी और इतने कम समय में लपटें पूरी बस में कैसे फैल गईं? मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें और परिजनों को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति दें.'
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: On Jaisalmer bus fire, Former Rajasthan CM and senior Congress leader Ashok Gehlot says, "20 people have been killed, with many on ventilators and suffering serious burns. This is extremely tragic. The investigation should be focused on how the bus… pic.twitter.com/wbXOEyg7SR
— ANI (@ANI) October 15, 2025
बिहार चुनाव से लेकर कन्हैयालाल हत्याकांड तक राजनीतिक सवाल
जैसलमेर बस हादसे पर संवेदना व्यक्त करने के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रमों पर भी प्रतिक्रिया दी.
1. अंता उपचुनाव और बिहार चुनाव
गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी अब तक अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित नहीं कर सकी है. उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, 'क्या अब बीजेपी का उम्मीदवार भी हम तय करेंगे?' उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की पूरी तैयारी है और यह चुनाव कांग्रेस जीतेगी. वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने विश्वास जताया कि महागठबंधन जल्द ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगा.
2. IRCTC मामला और न्याय का समय
आईआरसीटीसी मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव पर आरोप तय होने के समय पर गहलोत ने सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र में सबको बराबर अवसर मिलना चाहिए. चुनाव से पहले ही कोर्ट, ईडी और सीबीआई एक्टिव हो जाते हैं.' उन्होंने कहा कि अगर ये फैसले चुनाव के बाद होते तो ठीक था, लेकिन चुनाव के बीच ऐसे निर्णय कई सवाल खड़े करते हैं.
3. कन्हैयालाल हत्याकांड और अमित शाह का दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी और अमित शाह जयपुर आए थे, तब उन्होंने उनसे पूछा था कि तीन साल बीत जाने के बाद भी कन्हैयालाल हत्याकांड में अब तक कोर्ट से फैसला क्यों नहीं आया? उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार के समय झूठा प्रचार कर हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बनाया गया था, जबकि उनकी सरकार ने परिजनों को हर संभव मदद दी थी.
4. राइजिंग राजस्थान और निवेश का सच
'राइजिंग राजस्थान' कार्यक्रम और सात लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर गहलोत ने पारदर्शिता की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर सात लाख करोड़ रुपये के एमओयू धरातल पर उतरे हैं, तो सरकार को यह बताना चाहिए कि कहां जमीन दी गई है, क्या मशीनरी आई है और प्रगति क्या है. उन्होंने कहा कि निवेश का स्वागत है, लेकिन जनता को सही जानकारी मिलनी चाहिए.
कुल मिलाकर, अशोक गहलोत ने जैसलमेर त्रासदी पर संवेदना व्यक्त करते हुए बस सुरक्षा नियमों की जांच की मांग की, और इस मौके का उपयोग करते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर विभिन्न राजनीतिक मोर्चों पर हमला करने के लिए भी किया.
ये भी पढ़ें:- जैसलमेर बस अग्निकांड: पत्नी और 3 बच्चों समेत जिंदा जल गए आर्मी मैन महेंद्र मेघवाल,दिवाली पर घर लौटते समय हादसा
यह VIDEO भी देखें