
Rajasthan News: जैसलमेर-बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल (Ummeda Ram Beniwal) ने पूनमनगर गांव में सरकारी स्कूल के मुख्य गेट का पिलर गिरने से छात्र की मौत के लिए जिला कलेक्टर प्रताप सिंह (Pratap Singh) को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है.
'पहले ही चेताया गया था'
इस घटना को प्रशासन की घोर लापरवाही और असंवेदनशीलता का नतीजा बताते हुए सांसद ने एक्स पर लिखा, '8 जुलाई 2025 को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने जिला कलेक्टर को स्कूलों की जर्जर इमारतों और खतरनाक गेट्स को लेकर लिखित चेतावनी दी थी. पत्र में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि तत्काल सर्वे कर सुधार कार्य शुरू कराया जाए, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया.'
मेरे संसदीय क्षेत्र के जैसलमेर जिले के हाबूर गांव में राजकीय बालिका विद्यालय में जर्जर खंभा गिरने से एक छात्र की मौत और एक शिक्षक के घायल होने की घटना केवल एक ‘दुर्घटना' नहीं, बल्कि प्रशासन की घोर लापरवाही और असंवेदनशीलता का नतीजा रहा है।
— Ummeda Ram Beniwal (@UmmedaRamBaytu) July 29, 2025
यह और भी शर्मनाक तब हो जाता है जब सामने… pic.twitter.com/OP7RUlYYKp
प्रिंसिपल ने अलर्ट किया, फिर भी अनदेखी
बेनीवाल ने आगे कहा कि 23 अप्रैल 2025 को स्कूल की प्रिंसिपल ने शिक्षा विभाग को लिखित में सूचना दी थी कि स्कूल का गेट जर्जर है और कभी भी हादसा हो सकता है. इसके बावजूद न मरम्मत हुई, न जांच, उल्टा अब सरकार प्रिंसिपल पर ही दोष मढ़ रही है. सांसद ने पूछा कि क्या जिम्मेदारी सिर्फ एक स्कूल प्रिंसिपल की है? जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अफसर कहां थे?
कलेक्टर को सस्पेंड करने और केस दर्ज करने की मांगबेनीवाल ने सरकार से मांग की है कि जिला कलेक्टर को तुरंत सस्पेंड किया जाए और पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज हो. साथ ही उन्होंने राजस्थान के सभी सरकारी स्कूलों की संरचनात्मक सुरक्षा जांच (Structural Audit) कराने की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं न हों. सांसद ने कहा- 'लोगों को सिर्फ सांत्वना नहीं, अब जवाबदेही चाहिए. बच्चे की जान गई है, अब लापरवाही छिपाई नहीं जानी चाहिए.'
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