
Jaisalmer News: खेतसिंह हत्याकांड प्रकरण को लेकर कल हुए डांगरी में आगजनी व उपद्रव के बाद सियासत गर्मा गई है. बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा लोकसभा सांसद ने भाजपा नेताओं पर सांप्रदायिक तनाव लोगों को उकसाने व भड़कने के गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं भाजपा नेता व शिव से प्रत्याशी रहे स्वरूप सिंह राठौड़ का पुलिस की जीप पर चढ़ने का वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसके बाद सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है.
सांसद बेनीवाल ने कहा कि जिस तरीके की घटना हुई है वह निंदनीय है लेकिन घटना के बाद प्रशासन इस पूरे मामले को नियंत्रण में करने में नाकाम रहा. पुलिस व प्रशासन पहले तो स्थितियां बिगड़ने का इंतजार करता रहा और फिर जब हालात बिगड़ गए उसके बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए मेरा पुलिस व प्रशासन से निवेदन है कि इस पूरे मामले में किसी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति करने का कोई व्यक्ति दुस्साहस नही करे.
''दो घटनाओं को अलग-अलग नजरिए से देखा जा रहा है''
सांसद बेनीवाल ने मांग की है कि इस मामले को लेकर जो नेता भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उत्साह रहे थे उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर जिला कलेक्टर का फेलियर रहा. समय रहते अगर एक्शन लिया होता तो आगजनी उपद्रव की घटना नहीं होती. पहले भी बासनपीर में इस तरह की घटना हो चुकी है. उसे समय भी पत्थर बाजी की घटना हुई लेकिन इन दोनों घटनाओं को अलग-अलग नजरिए से देखा जा रहा है.
जैसलमेर जिले के डांगरी गाँव से आया यह वीडियो कानून-व्यवस्था की पूरी नाकामी को उजागर करता है। पुलिसकर्मी सामने खड़े हैं और भाजपा नेता खुलेआम पुलिस अधिकारी के वाहन, जेसीबी के ऊपर चढ़कर और धरनास्थल पर भड़काऊ भाषण के माध्यम से युवाओं को भड़काते दिख रहे हैं। यह स्थिति बेहद शर्मनाक है,… pic.twitter.com/y8Fb4OcwG5
— Ummeda Ram Beniwal (@UmmedaRamBaytu) September 5, 2025
''मामले को तूल पकड़ने दिया''
''जब बासन पीर की घटना हुई तो अलग-अलग देख नाम देकर भाषण दिए गए. लेकिन कल भी फूल थोड़े ही बरसाए जा रहे थे पत्थरबाजी ही कर रहे थे. जिला प्रशासन को पहले ही धारा 163 लगा देनी चाहिए थी, ताकि वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा ही नहीं हो लेकिन प्रशासन ने पहले डील देकर इस मामले को तूल पकड़ने दिया.''
सांसद बेनीवाल ने कहा कि मैंने पहले ही पुलिस अधीक्षक और आईजी को हालत बिगड़ने की आशंका को लेकर आगाह किया था कि आप खुद इस घटना को संभालो. लेकिन उससे पहले ही नेताओं ने जेसीबी व पुलिस की गाड़ी पर चढ़कर लोगों को भड़काया और उकसाया जिसके बाद पत्थरबाजी की घटना हुई.
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