![लुप्त होती बहरुपिया कला सहजने वाले भीलवाड़ा के जानकीलाल भांड को राष्ट्रपति ने पद्मश्री से नवाजा लुप्त होती बहरुपिया कला सहजने वाले भीलवाड़ा के जानकीलाल भांड को राष्ट्रपति ने पद्मश्री से नवाजा](https://c.ndtvimg.com/2024-04/3nsj91o_jankilal-bhand_625x300_22_April_24.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: औद्योगिक नगरी के रूप में भीलवाड़ा देश दुनिया में विख्यात है. मगर कपड़ा नगरी कला के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान रखती है. कलाकारों को कई प्रतिष्ठित सम्मानों से अब तक नवाजा जा चुका है. इसी कड़ी में भीलवाड़ा के लोक कलाकार जानकीलाल भाड़ का नाम भी सर्वश्रेष्ठ सम्मान पाने वालों की सूची में शामिल हो गया है. भीलवाड़ा के गौरव जानकीलाल (Jankilal Bhand) को सोमवार शाम (22 अप्रैल) को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आयोजित हुए विशाल समारोह मैं पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे. साथ ही देशभर की ऐसी प्रतिभाएं और कलाकार जो कि अपनी-अपानी विधाओं को जिंदा रखने के लिए अपना सब कुछ लूट चुके हैं उनका इस बार सम्मान किया गया है.
भीलवाड़ा की भोमियों का रावला चौक में रहने वाले अंतरराष्ट्रीय बहरूपिया कलाकार जानकी लाल भांड जनवरी माह में केंद्र सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से नवाज ने की घोषणा की थी. घोषणा के बाद पूरे शहर में बहरूपिया कलाकार चांद की लाल का अलग-अलग सामाजिक संगठनों ने सम्मान किया था. 2 दिन पूर्व ही भीलवाड़ा से दिल्ली के लिए रवाना होते समय भी सामाजिक कार्यकर्ताओं में शहर के प्रबुद्ध लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय कलाकार जानकी लाल का रेलवे स्टेशन का अभिनंदन किया था.
पांच दशक तक इस कला को जिंदा रखने का संर्घष किया
बहरूपिया कलाकार जानकीलाल को मेवाड़ की लोककला बहरूपिया कला को जिंदा रखे हुए हैं. करीब पांच दशक तक इस कला को जिंदा रखने के लिए जानकीलाल भांडे संघर्ष किया. यह कला उन्हें अपने परी बुजुर्गों और परिजनों से विरासत में मिली है. 81 साल की जानकीलाल को पद्मश्री मिलने से कपड़ा नगरी में हर तरफ खुशी की लहर है.
देश विदेश के कार्यक्रम कर चुके हैं जानकीलाल
अंतर्राष्ट्रीय बहरूपिया कलाकार है जानकीलाल. पूर्व में कई बार विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन जानकी लाल कर चुके हैं खासतौर से अंतर्राष्ट्रीय मेलों में शिरकत कर चुके हैं भारत का प्रतिनिधित्व भी अमेरिका और इंग्लैंड के साथ हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कर चुके हैं.
18 साल बाद भीलवाड़ा के कलाकार को मिला पद्मश्री
एशिया की मैनचेस्टर के नाम से विख्यात भीलवाड़ा शहर को 18 साल बाद भीलवाड़ा की किसी कलाकार को पद्मश्री अवार्ड मिला है. गौरतलब है कि भीलवाड़ा के प्रसिद्ध फल चित्रकार स्वर्गीय श्री लाल जोशी जी को 2006 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था. तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के हाथों डॉक्टर श्री जोशी को पद्मश्री अवार्ड दिया गया था.
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