Rajasthan News: राजस्थान में झालावाड़ जिले के एक प्राइवेट अस्पताल में महिला की मौत के बाद हंगामा हो गया. इस दौरान अस्पताल संचालकों और महिला के परिजनों के बीच जमकर मारपीट हो गई. जिसमें अस्पताल के मालिक और उसके गुर्गो ने बेसबाल के बल्लो से महिला के परिजनों को जमकर पीटा. इसके बाद प्राइवेट हॉस्पिटल संचालक भी महिला के परिजनों पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं. इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें अस्पताल का मालिक और उसके साथी महिला के परिजनों के साथ मारपीट करते हुए साफ तौर पर नजर आ रहे हैं.
बच्चेदानी का हुआ था ऑपरेशन
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, झालावाड़ जिले के भवानी मंडी क्षेत्र के आंवली कला की रहने वाली ममता बाई को बच्चेदानी का ऑपरेशन के लिए झालावाड़ के एलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उसका ऑपरेशन होने के बाद सब कुछ ठीक था. महिला का पति और अन्य परिजन बाजार में कुछ सामान खरीदने गए थे. तभी उनको पता लगा कि महिला की मौत हो गई है. वह तुरंत भाग कर अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने पाया कि महिला की मृत्यु हो चुकी थी.
परिजनों के बाजार जाने पर हुई मौत
महिला के परिजनों का कहना है कि वह जब अस्पताल से गए थे. तब तक सब कुछ ठीक था और उसके पहले अस्पताल के स्टाफ ने महिला के कुछ चिकित्सा उपकरण हटाए थे. महिला के परिजनों का कहना है कि अस्पताल के स्टाफ द्वारा लापरवाही बरतने पर महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. महिला के परिजनों ने जब पूरे मामले को लेकर विरोध जताया उसके पश्चात मामला गरमा गया और मारपीट तक जा पहुंचा.
बेसबॉल के बैट से परिजनों को पीटा
जानकारी के अनुसार, महिला के परिजनों ने जब ज्यादा हंगामा किया गया तो अस्पताल के मालिक और उसके साथी बेसबॉल के बैट लेकर आए और महिला के परिजनों के साथ जमकर मारपीट की. इस घटना का वीडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मारपीट में महिला के परिजनों को चौटें आईं हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वायरल वीडियो के आधार पर अस्पताल के मालिक वरुण व्यास और उसके सहयोगी रंजीत, मनोज और अनिल को गिरफ्तार कर लिया. वहीं अस्पताल के मालिक ने भी महिला के परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.
पहले भी हुई है मारपीट की घटनाएं
आपको बता दें कि झालावाड़ अस्पताल के सामने स्थित एल एन अस्पताल में पहले भी इस तरह के कई मामले हो चुके हैं, जिन में पुलिस को दखल देना पड़ा है. यहां पर पैसों को लेकर और मृतक लोगों के शव देने को लेकर अक्सर विवाद होते देखे गए हैं. जिसको लेकर प्रशासन ने कभी भी गंभीर रुख नहीं अपनाया और इन घटनाओं की पुनरावृत्ति लगातार होती रही है.
यह भी पढ़ें- डीग में बेखौफ बदमाशों का आतंक, अतिक्रमण हटाने पहुंचे सरपंच पर की ताबड़तोड़ फायरिंग