
राजस्थान में नकली नोटों का कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है. आए दिन नकली नोट की जालसाझी का कोई न कोई मामला सामने आ रहा है. ऐसे में जोधपुर में नकली नोट प्रकरण की जांच के लिए पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी के गठन के बाद पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्तों की निशानदेही पर एक प्रिंटर को बरामद किया है. यह प्रिंटर आरोपियों ने शहर के मिनर्वा सेंटर से खरीदा था. पुलिस को उम्मीद है कि इस प्रिंटर से बरामद की गई जानकारी से उन्हें नकली नोट बनाने वाले अन्य लोगों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.
यूट्यूब से सीखा था नकली नोट बनाना
बता दें कि 11 नवंबर को पुलिस ने बोरानाडा इंडस्ट्रीयल एरिया में एक मकान से 1.74 करोड़ रुपये की नकली नोट बरामद की थी. इस मकान में रहने वाले संजय शाह को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में संजय ने बताया कि वह यूट्यूब से नकली नोट बनाना सीखा था. उसके साथ ही अन्य लोग भी इस काम में शामिल थे.
एनआइए के अधिकारियों ने ली जानकारी
नकली नोट की इतनी बड़ी खेप से नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी एनआइए के भी होश उड़ गए. जानकारी के अनुसार एनआइए ने पुलिस अधिकारियों से मामले की जानकारी ली है.
मामले की होगी जांच
एसीपी पश्चिम नरेंद्र दायमा ने बताया कि पुलिस उपायुक्त पश्चिम गौरव यादव की तरफ से नकली नोट प्रकरण की सही ढंग से जांच हो और कोई खामी ना रहे इसके लिए एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी में एसीपी पश्चिम नरेंद्र दायमा, सरदापुरा थानाधिकारी प्रदीप डांगा और शास्त्रीनगर थानाधिकारी मोहम्मद सफीक को शामिल किया गया है.