Rajasthan Politics: देश के अलग-अलग राज्यों में कांग्रेस ने वोट चोरी के मुद्दे पर अभियान शुरू कर रही है. चुनाव आयोग से वोट चोरी के मुद्दे पर संज्ञान लेने को लेकर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जा रहा है. सोमवार (15 सिंतबर) को टोंक पहुंचे सचिन पायलट ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि यह अभियान चुनाव सुधार और वोटर अधिकारों के लिए चलाया जा रहा है, जो 'वोटर अधिकार यात्रा' का हिस्सा है. पायलट ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर वोट चोरी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वोट चोरी के प्रमाण रखे, लेकिन जांच बैठाने के बजाय चुनाव आयोग ने एफिडेविट मांगा.
अब इस पर राजस्थान में सियासत शुरू हो गई और बीजेपी की ओर से राजस्थान सरकार के विधि और संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास जब कोई मुद्दा नहीं बचा तो इसी तरह के मुद्दे को लेकर आती है.
कांग्रेस मुद्दाविहीन हो चुकी है
मंत्री जोगाराम पटेल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि जनता जानती है कि सही क्या है, गलत क्या है, कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. जनता को गुमराह करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने विधानसभा में लगे कैमरे को सही बताते हुए कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन हो चुकी है. विधानसभा अध्यक्ष इस मामले को लेकर अपनी बात रख चुके हैं. इस तरह के आरोपों से कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा दिखाई दे रहा है.
जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस ग्रुप का जो हाल हुआ था, उसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इनके पास कौन सा और किस तरह का मुद्दा बचा है.
नरेश मीणा धरने को कहा सस्ती लोकप्रियता
झालावाड़ मुद्दे को लेकर जयपुर में चल रहे नरेश मीणा के धरने को लेकर पटेल ने कहा, "सस्ती लोकप्रियता जनप्रिय नेता की पहचान नहीं है. सरकार सारी मांगें पूरी कर चुकी है. हमारे आपदा राहत मंत्री खुद पीड़ितों से मुलाकात कर राहत प्रदान कर रहे हैं. बेवजह के मुद्दों की राजनीति करना और सस्ती लोकप्रियता हासिल करना गलत है."
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