
Rajasthan News: राजस्थान के करौली जिले के मंडरायल क्षेत्र में CHC पर कार्यरत एक महिला डॉक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. दिनेश चंद मीना और निचले स्तर के लिपिक (LDC) इमरान खान पर यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं. यह मामला मंडरायल उपखंड क्षेत्र की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Mandrayal CHC) से जुड़ा है. महिला डॉक्टर के आरोपों वाला लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे जिले में हड़कंप मच गया है.
कलेक्टर ने जांच कमेटी का किया गठन
महिला चिकित्सक ने जिला कलेक्टर सहित अन्य उच्चाधिकारियों को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि दोनों अधिकारी उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित कर रहे है. पत्र में कहा गया है कि एलडीसी और सीएमएचओ द्वारा बेवजह नोटिस दिए जाते हैं, पैसे की मांग की जाती है और जब वह पैसे नहीं देतीं, तो यौन संबंध बनाने का दबाव डाला जाता है. इस मामले में जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी गठित कर दी है और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य समिति की बैठक के बाद महिला चिकित्सक ने लिखित में शिकायत सौंपी थी.
'हफ्ते में सिर्फ एक दिन अटेंडेंस पर टोका था'
वहीं, जब सीएमएचओ डॉ. दिनेश चंद मीना से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सभी स्थानों पर व्हाट्सएप से अटेंडेंस दर्ज कराने की व्यवस्था है. जांच में पाया गया कि संबंधित महिला चिकित्सक सप्ताह में केवल एक दिन ही उपस्थित रहती थी, जिस पर नोटिस जारी किया गया था. इसके बाद, महिला चिकित्सक ने अपने व्यवहार पर कार्रवाई के विरोध में शिकायत पत्र वायरल कर दिया और आरोप लगाए.
NDTV पर खबर चलने के बाद दर्ज हुई FIR
इस घटना ने सरकारी स्वास्थ्य विभाग में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. NDTV राजस्थान की खबर के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
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