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Karva Chauth 2025: प्रेग्नेंट महिलाएं भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है असर!

Karwa chauth vrat 2025: करवा चौथ रखने वाली कई गर्भवती महिलाओं के लिए बिना पानी के रहना काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं को व्रत के लिए कुछ टिप्स दिए हैं जिनके जरिए वे अपने होने वाले बच्चे की सुरक्षा को भी खतरे में नहीं डालेंगी.

Karva Chauth 2025: प्रेग्नेंट महिलाएं भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है असर!
karwa chauth vrat 2025
Meta (AI)

Karva chauth tips for pregnant women: करवा चौथ हिंदू महिलाओं के जरिए मनाया जाने वाला एक खास त्योहार है, जिसका वह साल भर का इंतजार करती है. इसमें वे अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. जो काफी कठिन माना जाता है क्योंकि इसमें चांद दिखने तक वह पानी का एक घूंट भी नहीं पीती हैं. लेकिन ऐसे में करवा चौथ(karva chauth ) रखने वाली कई  गर्भवती महिलाओं के लिए बिना पानी के रहना काफी मुश्किल हो जाता है. क्योंकि गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर कुछ न कुछ खाते रहने की सलाह देते हैं. लेकिन व्रत टूटने के डर से वे इससे परहेज करती हैं. जो आगे परेशानी खड़ी कर देते है. इसी कारण डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं को व्रत के कुछ टिप्स दिए हैं जिनके जरिए वे अपने होने वाले बच्चे की सुरक्षा को भी खतरे में नहीं डालेंगी.

 निर्जला व्रत रखने से बचे

इसे सीनियर मेडिकल ऑफिसर और गाइनेकोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. मीरा पाठक ने बताया कि प्रेग्नेंट महिलाएं करवा चौथ व्रत ( karva chauth tips for pregnant women) के दौरान कुछ बातों का ख्याल रख सकती हैं. वह प्रेग्नेंट महिलाओं को निर्जला व्रत नहीं रखने की हिदायत देती है.  उन्होंने कहा कि निर्जला व्रत करना बच्चे और मां दोनों के लिए सुरक्षित नहीं है. पूरे दिन व्रत में थोड़ा-थोड़ा फलाहार लेते रहना चाहिए.

थोड़ी-थोड़ी देर में इन चीजों से शरीर को रखे हाइड्रेटेड

 फलों में भी केला और सेब फायदेमंद साबित होंगे. इसके अलावा पानी की जगह दूध, नारियल पानी, लस्सी, छाछ को थोड़ी-थोड़ी देर में  पीते रहना  रहना चाहिए. क्योंकि ज्यादा देर तक प्यासा रहने पर शरीर में  डीहाइड्रेटेड की परेशानी खड़ी हो सकती है. जो बच्चे की जान को खतरे में डाल सकती है.इसलिए उन्हें पूरी तरह से निर्जला व्रत रखने से बचना चाहिए.

सुबह की सरगी हो कार्बोहाइड्रेट रिच

इसके अलावा गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. पाठक ने सुबह की सरगी को लेकर भी  जानकारी दी . इसमें उन्होंने बताया कि  सरगी के समय खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं को पोषण से भरी चीजें खानी चाहिए. तली-भुनी चीजों से उस समय परहेज करना चाहिए. खाने में कार्बोहाइड्रेट रिच फूड शामिलकरना बेहतक होता है. जिससे वह पूरे दिन एनरजेटिक फील करे. ऐसे में चपाती , पोहा  और प्रोटीन रिच फूड में पनीर और दही बेस्ट ऑप्शन हो सकते हैं, जबकि फ्रूट्स में केला और सेब हैं.

ज्यादा समय तक न रहे खड़े

इसके साथ ही  पूजा के वक्त ज्यादा समय तक खड़े या बैठे नहीं रहें. अगर थकान या चक्कर महसूस होता है, पेट में बच्चा कम घूमता है, धड़कन तेज महसूस होती है, पेट या सिर में दर्द होता है, तो ऐसी कंडीशन में डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए.

एनीमिया या हाई ब्लड प्रेशर है डॉक्टर की सलाह से ही रखे व्रत

हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी में विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. अगर मां को एनीमिया या हाई ब्लड प्रेशर है, तो डॉक्टर के परामर्श से ही व्रत रखें, वरना व्रत नहीं करें। वहीं, चांद दिखने के बाद जब खाना खाएं तो उसे हल्का रखें.

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