
Rajasthan News: राजस्थान में फोन टैपिंग (Phone Tapping) पर जारी घमासान के बीच नया ट्विस्ट आ गया है. भजनलाल सरकार में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम (Jawahar Singh Bedam) ने गुरुवार को दावा किया है कि, 'कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) फोन टैपिंग वाले बयान पर पीछे हट गए हैं. मीणा ने खुद बताया है कि उनका फोन टैप नहीं हुआ है. ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) को इस मुद्दे पर सदन में जवाब देने की कोई आवश्यकता ही नहीं है.'
'अशोक गहलोत तिलमिला गए हैं'
बेढ़म ने कहा, 'हमारी सरकार किसी विधायक या मंत्री का फोन टैप नहीं कराती है. फोन टैपिंग कांग्रेस की संस्कृति है. विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री शर्मा ने जोरदार जवाब दिया है, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तिलमिला गए हैं. इसीलिए अब गहलोत आधारहीन बयान दे रहे हैं.'

राजस्थान सरकार के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम.
Photo Credit: Facebook
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अनुमति के बिना अगर मीणा का फोन टैप किया गया है तो राज्य सरकार ने अपराध किया है. लेकिन अगर कैबिनेट मंत्री का फोन टैप नहीं किया जा रहा है तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सदन के नेता होने के नाते विधानसभा में इस पर जवाब देना चाहिए.'
किरोड़ी मीणा के इस बयान पर हुआ विवाद
किरोड़ी लाल मीणा ने 6 फरवरी को एक जनसभा में कहा था, 'मैं आशा करता था कि जब राज बदलेगा तो भ्रष्टाचार करने वालों पर नकेल कसेंगे. मुंह का खाया हुआ नाक से निकालेंगे. लेकिन मैं निराश हूं. जो आंदोलन पिछले राज में मैंने किए, जिनके कारण हम सत्ता में आए, उन मुद्दों पर काम नहीं हो रहा. उन्हें भुला दिया गया है. मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे. 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया. मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो, तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी. उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था. वैसा ही हो रहा है. चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है और मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है.'
भाजपा ने नोटिस भेजकर मांगा था जवाब
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आदेश पर प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को 'कारण बताओ नोटिस' भेजा था, और तीन दिन के अंदर विवादित बयानों पर जवाब मांगा था. इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा ने खुद को पार्टी का अनुशासित सिपाही बताते हुए 2 दिन में ईमेल के जरिए 5 पन्नों का रिप्लाई भेज दिया था. इसके बाद मीणा ने मीडिया से बातचीत भी की थी, जिसमें उन्होंने इसे पार्टी का अंदरूनी मामला करार देते हुए कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.
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