Rajasthan News: राजस्थान में बीते कुछ समय से बीच-बीच में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा होती रहती है. कभी सीएम भजनलाल के दिल्ली दौरे ने तो कभी प्रदेश में बीजेपी नेताओं के बयानबाजी ने मंत्रिमंडल में बदलाव को हवा दी. अब अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के बाद संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर राजनीतिक हलचल के बीच कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के एक बयान ने हल्की ठंडक में राजस्थान के सियासी पारे को बढ़ाने का काम किया है. किरोड़ी ने साफ कहा है कि उन्हें मंत्री पद पर बने रहने की कोई लालसा नहीं है और मुख्यमंत्री व पार्टी आलाकमान जो निर्णय लें वो मंज़ूर होगा.
'युवाओं को अवसर मिलना चाहिए'
NDTV से बातचीत में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल या विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. इसमें मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है. पार्टी आलाकमान जो निर्णय करेगा, वो होना चाहिए. नए लोगों को, ख़ास तौर पर युवाओं को अवसर मिलना चाहिए.
पद के मोह से दूर हैं- किरोड़ी
कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल ने आगे कहा कि वे अपने विभाग के कार्यों को युद्धस्तर पर आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन वे पद के मोह से दूर हैं. मैं अपने विभाग का काम पूरी ईमानदारी से कर रहा हूं, लेकिन मुझे मंत्री पद पर बने रहने की बहुत ज़्यादा इच्छा नहीं है. किरोड़ी मीणा ने यह भी संकेत दिया कि उम्र और पार्टी के नियमों को ध्यान में रखकर आगे का फैसला किया जाएगा.
'हो सकता है, मंत्री पद छोड़ना पड़े'
उन्होंने कहा कि अगले साल मैं 75 साल का हो जाऊंगा. हो सकता है पार्टी के नियमों के अनुसार मुझे मंत्री पद छोड़ना पड़े.
किरोड़ी लाल मीणा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब अंता उपचुनाव के नतीजे के बाद राजस्थान की राजनीति में फेरबदल की चर्चाएं तेज़ हैं. पार्टी के भीतर कई नए चेहरों को सरकार में शामिल करने की अटकलें भी चल रही हैं.
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