विज्ञापन
This Article is From Dec 18, 2024

नरेश मीणा की रिहाई को लेकर महापंचायत पर किरोड़ी लाल मीणा का बयान, 'उनसे पूछना चाहिए... क्यों कर रहे हैं'

किरोड़ी लाल मीणा ने नरेश मीणा की रिहाई को लेकर महापंचायत में बयान दिया है. इसके साथ ही UCC लागू करने और धर्म बदलने पर आरक्षण खत्म करने की वकालत की है.

नरेश मीणा की रिहाई को लेकर महापंचायत पर किरोड़ी लाल मीणा का बयान, 'उनसे पूछना चाहिए... क्यों कर रहे हैं'

Kirodi Lal Meena: राजस्थान में देवली-उन‍ियारा उपचुनाव में न‍िर्दलीय उम्‍मीदवार नरेश मीणा की र‍िहाई के ल‍िए महापंचायत की तैयारी चल रही है. यह महापंचायत 29 दिसंबर को आयोजित करने का ऐलान किया गया है. इसके साथ ही नरेश मीणा की रिहाई के लिए बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है. अगर 15 दिसंबर तक नरेश मीणा को रिहा नहीं किया गया तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. इस महापंचायत में कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल भी सक्रिय है. ऐसे में राजस्थान में बड़े राजनीतिक बवाल मचने वाली है. अब इस महापंचायत को लेकर किरोड़ी लाल मीणा का भी बयान सामने आया है.

पंचायत के नाम पर लोगों को कर रहे गुमहार

व‍िधानसभा उपचुनाव के दौरान एसडीएम को थप्‍पड़ मारने के आरोपी नरेश मीणा की रि‍हाई की मांग को लेकर हो रही महापंचायत पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि यह तो उनसे पूछना चाहिए कि महापंचायत क्यों कर रहे हैं. अब उस ओर पुलिस भी नहीं जा रही है. किसी निर्दोष को पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी. इसके बावजूद कुछ लोग पंचायत कर रहे हैं, मैं उनके बारे में कहना नहीं चाहता हूं क‍ि वह राजनीति कर रहे हैं. लोकतंत्र में सभी को अधिकार है. लेकिन, पंचायत के नाम पर लोगों को गुमराह न करें.

समान नागरिक संहिता लागू करने पर बोले किरोड़ी लाल मीणा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सभी राज्यों में समान नागरिक संहिता लागू करने के बयान पर राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, "एक राष्ट्र है, लेकिन अलग-अलग समुदायों के लिए अलग-अलग कानून है. जैसे कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और पारसी के लिए अलग-अलग कानून है. मैं समझता हूं कि यह यह गैर- संवैधानिक है, इसलिए एक समान कानून लागू होना चाहिए.  

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि जनसंघ के दिनों से ही यह हमारे एजेंडे का हिस्सा रहा है. गृह मंत्री ने इसकी घोषणा की है. समान नागरिक संहिता इसलिए जरूरी है, क्योंकि मौजूदा कानूनों के तहत कुछ लोग कई बार शादी कर सकते हैं, जितने बच्चे चाहें उतने पैदा कर सकते हैं और बेटियों को अक्सर संपत्ति के अधिकार से वंचित रखा जाता है. खासकर मुस्लिम समुदाय में भेदभाव देखने को मिलता है. यूसीसी किसी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं है. यह एक राष्ट्र, एक कानून के बारे में है. यूसीसी सबसे पहले उत्तराखंड में लाया गया है.

भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देगी

कांग्रेस के मुस्लिम आरक्षण को लेकर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. डॉ भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान बनाया है, उसमें धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता है. भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देगी और न ही संविधान में ऐसा कोई परिवर्तन करेगी, जिससे देश के बहुसंख्यक समाज को आहत होना पड़े. बल्कि‍ मैं उससे एक कदम आगे बढ़कर यह कहना चाहूंगा क‍ि जो धर्म परिवर्तन कर लेता है, जैसे मैं हिंदू हूं और मैं ईसाई बन जाऊं, तो मेरा आरक्षण भी खत्म हो जाना चाहिए. मुझे आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है बांसवाड़ा डूंगरपुर जहां आदिवासी ईसाई बन गए अब उनको आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए, मैं इसके पक्ष में नहीं हूं. अगर धर्म के आधार पर आरक्षण दिया गया, तो देश बंट जाएगा.

यह भी पढ़ेंः Rajasthan Cabinet Reshuffle: राजस्थान मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा तेज, रिपोर्ट कार्ड लेकर मदन राठौड़ के साथ दिल्ली पहुंचे CM भजनलाल शर्मा

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close