Rajasthan News: कोटा में शुक्रवार को सरकारी स्कूल में टॉयलेट की दीवार गिरने से 7 साल की मासूम छात्रा की मौत हो गई थी. स्कूल में हुए इस हादसे को लेकर शनिवार को स्कूल के तीन शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लिया गया है. साथ ही दरबीची-भौरा रोड़ पर ग्रामीणों के विरोध-प्रदर्शन के बाद पहुंचे अधिकारियों ने काफी समझाइश के बाद छात्रा रोहिणी के पिता को 5 लाख रुपए सहायता राशि देने का आश्वासन दिया गया है. मामले में विस्तृत जांच के निर्देश दिए गए हैं.
इलाज के दौरान छात्रा ने तोड़ा दम
दरअसल, सुल्तानपुर कस्बे के नजदीक दरबीजी गांव के सरकारी स्कूल में शुक्रवार को दोपहर लंच के बाद 7 साल की छात्रा रोहिणी सहेलियों के साथ स्कूल के जर्जर टॉयलेट की तरफ गई थी. अचानक से टॉयलेट की दीवार गिर गई, जिसकी चपेट में आने से वो गंभीर घायल हुई, इलाज के लिए उसे सुल्तानपुर अस्पताल ले जाया गया. वहां से कोटा रेफर किया. निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मासूम छात्रा ने दम तोड़ दिया.
इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार को दरबीची-भौरा रोड जाम कर दिया. करीब 5 घंटे तक चले ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन उपखंड अधिकारी दीपक महावर सहित जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे. काफी समझाइश के बाद छात्रा रोहिणी के पिता को 5 लाख रुपए सहायता राशि देने का आश्वासन दिया गया. मृतक बच्ची के पिता का कहना है कि स्कूल में दो टॉयलेट नए बने हुए थे, तो जर्जर टॉयलेट को बंद क्यों नहीं किया.
4 अन्य शिक्षकों के खिलाफ जांच के आदेश
बच्ची के पिता सोनू वैष्णव ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं. सभी सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं. रोहिणी सबसे छोटी थी. पहली कक्षा में पढ़ती थी. उधर टॉयलेट की दीवार गिरने से छात्रा की मौत मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल दरबिची में कार्यवाहक प्रधानाध्यापक अशोक पोरवाल, टीचर रामदयाल मेघवाल और गायत्री कंवर को सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही अन्य 4 टीचर को जांच की जांच की जा रही है.
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