राजस्थान में कोटा के कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों की मदद के लिए दो महीने पहले स्थापित हेल्प डेस्क को 373 शिकायतें मिली और अवसाद से ग्रसित छात्रों को पेशेवर परामर्श व चिकित्सकीय सहायता मुहैया कराई गई है. दरअसल, कोटा के कोचिंग संस्थानों में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे छात्रों द्वारा कथित रूप से आत्महत्या किए जाने की घटनाओं में वृद्धि के बाद कोटा प्रशासन ने सितंबर में कई कदम उठाए थे.
अधिकारियों ने बताया कि हेल्प डेस्क जेईई और नीट परीक्षार्थियों के साथ अनौपचारिक तरीके से लगातार काम कर रहा है और चिंताजनक मामलों की पहचान कर रहा है. सहायक पुलिस अधीक्षक चंद्रशील ठाकुर ने बताया कि सितंबर व अक्टूबर में प्राप्त कुल 373 शिकायतों में से 35 तनाव और अवसाद से संबंधित थीं, जिसका समाधान पेशेवर परामर्शदाताओं ने किया.
गौरतलब है कोटा में इस साल अब तक आत्महत्या के 26 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से अधिकतर आत्महत्याएं ‘पेइंग गेस्ट रूम' या छात्रावास में हुईं, जो उच्च-स्तरीय समितियों द्वारा जारी दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन और स्थानीय अधिकारियों द्वारा निगरानी में भारी खामियों को उजागर करती हैं.
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