
Kota Suicide: जम्मू-कश्मीर की छात्रा ने रविवार (25 मई) को कोटा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. वह कोटा में बीते एक साल से रहकर मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी कर रही थी. जानकारी के अनुसार, जिस कमरे में छात्रा ने फांसी लगाई थी, उस कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस भी नहीं लगा था. छात्रा के आत्महत्या की सूचना पर जब पुलिस और अन्य लोग मौके पर पहुंचे तो छात्रा के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे गैस कटर के जरिए काटा गया. पुलिस की सूचना पर छात्रा के परिजन मंगलवार को कोटा पहुंच गए.
सुसाइड से पहले किसी को किया कॉल
परिजनों ने पहले नीट छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करान से इनकार कर दिया. बाद में पुलिस के समझाने पर वह पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए. पुलिस की जांच में छात्रा के सुसाइड पर बड़ा खुलासा हुआ है. छात्रा आत्महत्या करने से कुछ देर पहले तक किसी से फोन पर बात कर रही थी. इसी दौरान उसने आत्मघाती कदम उठाया.
अनंतनाग की रहने वाली थी मृतक छात्रा
पुलिस के अनुसार, जिस हॉस्टल में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग की रहने वाली छात्रा जीशान रहती थी, उसी में उसकी एक फ्रेंड भी रहती है. जिसके पास छात्रा के किसी परिचित का फोन आया था. परिचित ने उसकी फ्रेंड से कहा कि जाकर देखो, वह फांसी लगा रही है. जब छात्रा की फ्रेंड उसके कमरे की तरफ गई तो दरवाजा अंदर से बंद था. उसने तुरंत शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया और पुलिस को भी सूचना दी. पास में ही काम कर रहे मजदूरों ने गैस कटर से दरवाजे को काटा.
कचरा डालने पर पड़ोसी से हुआ था विवाद
परिजनों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बीते दिनों छात्रा का अपने पड़ोसी से कचरा डालने को बात को लेकर विवाद हुआ था. पड़ोसी छात्रा के रूम के बाहर कचरा डालती थी, जिसके बाद पुलिस को भी शिकायत की गई थी. पुलिस इसे अभी सुसाइड ही मान रही है, लेकिन हम चाहते हैं कि पुलिस मामले की निष्पक्ष और बारीकी से जांच करें और हमें न्याय दिलवाए.
कॉल डिटेल की जांच करेगी पुलिस
उधर इस प्रकरण में सिटी एसपी अमृता दुहन ने कहा कि सुसाइड के कारण फिलहाल सामने नहीं आए हैं. परिजनों की ओर से दी गई रिपोर्ट में कचरे से जुड़ा विवाद का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन फिर भी मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उन तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस मृतक छात्रा के मोबाइल की कॉल डिटेल की भी जांच करेगी.
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