
राजस्थान के कोटा जिले में अपने बेटा-बहू से परेशान एक माता-पिता ने जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है. साथ ही अपने बेटों को सम्पत्ति से बेदखल कर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की है. 78 साल के बुजुर्ग सीता राम कोटा जिले के गुंजार गांव की कनवास तहसील के रहने वाले हैं. वहीं 71 साल की पत्नी पाना बाई भी साथ ही रहती है. दंपति ने अपने बेटे राजेन्द्र कुमार और दिनेश कुमार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक परिवाद जिला कलक्टर को दिया, जिसमें उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की है.
दंपति ने परिवाद में कहा कि मेरे बेटे ने हमें मकान से निकाल दिया है. बहू मारपीट करती है और हमें भूख से बिलखने पर मजबूर कर दिया है. दंपति ने आगे कहा कि हमें इच्छा मृत्यु की स्वीकृति प्रशासन द्वारा दिया जाए. उन्होंने प्रशासन से बेटे -बहू के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की भी मांग की है.
अपनी पीड़ा को सरकार तक पहुंचाने के लिए दंपत्ति ने पत्रकारों से भी गुहार लगाई है. दंपति ने कहा कि वह फिलहाल सांगोद के टोडी पाडा कस्बा के वार्ड नं. 11 में रह रहे हैं. वृद्वावस्था के कारण स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है. सिर्फ दवाइयों पर जिंदा हूं, लेकिन उसके बाद भी बेटा-बहु ध्यान नहीं देता. उन्होंने बेटे पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे 4 बच्चें हैं और बच्चों ने साल 2019 में पूरी संपत्ति का बंटवारा मेरे स्वीकृति के बिना कर लिया है और फिलहाल चारों बच्चों ही ने मेरे संपति पर काबिज हैं. जबकी उनकी इस सम्बंध में कोई स्वीकृति नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन से हमने गुहार भी लगाई, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई.
दंपति ने कहा कि एक तरफ तो कहा जाता है कि सरकार सीनियर सिटीजन की सुनवाई कर कुछ ही दिन में समाधान करती है पर यहां तो हमें परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी पुश्तैनी मकान सांगोद में टोडी पाड़ा में स्थित है और मेरे बेटे बहु ने हमें उस मकान में सिर्फ एक छोटा सा कमरा दे रखा है. जबकि मकान हमने बनाया था. मकान में बिजली कनेक्शन से मोटर तक हमने ही लगाई थी.
वहीं दिनेश और राजेन्द्र ने पूरे मकान के साथ-साथ रोड वाले मकान जिस पर 4 दुकानें बनी हुई है उस मकान को भी उन लोगों ने पूरी तरह से कब्जा कर रखा है.
पूर्व सरपंच भी रह चुके हैं सीताराम
पूर्व सरपंच सीताराम ने आरोप लगाया है कि राजेन्द्र और दिनेश दूसरी पत्नी से हैं जिनका देहान्त 32 वर्ष पूर्व हो चुका है और पहली पत्नी जीवित है और मेरे साथ ही निवास कर रही है. उन्होंने कहा कि मैं पूर्व सरपंच भी रह चुका हूं, लेकिन वृद्धा अवस्था व अस्वस्थ्य होने से इन लोगों से मुकाबला नहीं कर सकता.
नगर पालिका सांगोद में पार्षद है पुत्र इसलिए नहीं सुन रहा प्रशासन
सीताराम ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनका एक पुत्र दिनेश नगर पालिका सांगोद के वार्ड नं. 1 से वार्ड पार्षद है, जिसकी वजह से छोटा बेटा राजेन्द्र कुमार भी हमें परेशान करता है. पार्षद होने से पुलिस और प्रशासन भी सुनवाई नहीं कर रही है और बहुओं ने इस उम्र में हमारी सारी जायदाद छीन ली है.
उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल 55 बीघा जमीन कनवास तहसील में हमारे नाम पर है और हासिल करने के लिए बेटे बहु द्वारा हमें बंधक बनाकर मारपीट की जाती है. हमलोग अपना ईलाज भी नहीं करवा पा रहे हैं और पिछले साल जून 2022 में राजेन्द्र और दिनेश कुमार हमें जान से मारने का भी प्रयास किया गया था.