
Rajasthan News: राजस्थान के जैसलमेर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए बीएसएफ जवान रामावतार यादव को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. बीएसएफ जवान के बेटे ने मुखाग्नि दी है. शनिवार को जैसे ही बीएसएफ जवान रामावतार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में पहुंचा तो इलाके में शोक की लहर छा गई. जानकारी के मुताबिक, वह करीब एक महीने की छुट्टी बिताने के बाद 10 अप्रैल को वापस ड्यूटी पर गए थे.
126 बटालियन में थी तैनाती
कोटपूतली-बहरोड़ जिले के कोहराना गांव निवासी बीएसएफ जवान रामावतार यादव जैसलमेर के रामगढ़ में बीएसएफ की 126 बटालियन में कॉन्स्टेबल के पद तैनात थे. रामगढ़ भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से कुछ ही दूर पर स्थित है. शहीद जवान के बेटे ने बताया कि रामावतार 28 दिन की छुट्टी बिताकर वापस 10 अप्रैल को ड्यूटी पर गए थे.
शहीद जवान के बेटे के अनुसार, 20 मई को बीएसएफ जवान रामावतार की तबियत बिगड़ गई. इसके बाद जोधपुर के मेडिपल्स अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर गुरुवार रात को इलाज के दौरान मौत हो गई. बीएसएफ जवान की मौत के बाद आज (24 मई) को पार्थिव शरीर कोहराना गांव पहुंचा, इस दौरान सभी की आंखे नम रहीं.

हवाई फायरिंग कर दी श्रद्धांजलि
गांव में बीएसएफ जवान को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. बेटे सोनू यादव ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी. इससे पहले बीएसएफ की टुकड़ी ने हवाई फायरिंग कर जवान को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान भाजपा और कांग्रेस के कई नेता बीएसएफ जवान को अंतिम विदाई देने पहुंचे.
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