Jaipur Girls Protest outside college: कोटपुतली के नारायणपुर में छात्राओं ने कॉलेज के बाहर धरना दिया. मामला 100 से ज्यादा छात्राओं के प्रवेश रद्द किए जाने का है. छात्राओं का प्रवेश रद्द कर काफी दूर स्थित कॉलेजों में ट्रांसफर कर दिया गया है. इसी विरोध में छात्राओं ने शनिवार (20 दिसंबर) सुबह 9 बजे से कॉलेज गेट के बाहर धरना दिया. छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज ने पहले उनका प्रवेश स्वीकार किया और 27 हजार रुपए फीस भी जमा कराई गई. लेकिन अब अचानक उनका प्रवेश रद्द कर उन्हें बहरोड़ और हरियाणा सहित अन्य दूर स्थित कॉलेजों में ट्रांसफर किया जा रहा है.
प्रिंसिपल पर धमकी देने का भी आरोप
उनकी शिकायत है कि जब प्रिंसिपल से सवाल किया गया तो इसे पीटीईटी (PTET) की गलती बताकर पल्ला झाड़ लिया गया. धमकी दी गई कि टीचर ट्रेनिंग की छात्राओं का समर्थन किया तो उनका प्रवेश भी रद्द कर दिया जाएगा. एक छात्रा ने कहा कि उसके परिवार ने फीस भरने के लिए कर्ज लिया है और परिजन नारायणपुर तक पढ़ने की अनुमति देते हैं. अब 100 किमीटर दूर भेजना संभव नहीं है.
छात्राएं बोलीं- सत्र बर्बाद हो जाएगा
छात्राओं का कहना है, "ट्रांसफर के कारण उनका पूरा शैक्षणिक सत्र बर्बाद होने की आशंका है. कुछ छात्राएं बांसवाड़ा से यहां पढ़ने आई हैं. उन्होंने बताया कि इतनी दूर पढ़ाई करने आई है और अब कॉलेज और भी दूर कर दिया गया है. ऐसे में हम वहां पढ़ने जाने में असमर्थ है."
कॉलेज डायरेक्टर ने दिया आश्वासन
छात्राओं की मुख्य मांग है कि उन्हें इसी कॉलेज में अध्ययन का अवसर दिया जाए और किसी अन्य कॉलेज में ट्रांसफर स्वीकार नहीं किया जाएगा. इस पूरे मामले पर कॉलेज निदेशक अभिषेक मिश्रा का कहना है कि छात्राओं का प्रवेश पीटीईटी के माध्यम से हुआ था.
गुरुवार देर शाम पीटीईटी द्वारा ईमेल भेजकर सूचित किया गया कि 102 छात्राओं का आवंटन अन्य कॉलेजों में कर दिया गया है. कॉलेज में कुल 120 सीटें हैं और प्रवेश रद्द किए जाने का निर्णय पीटीईटी स्तर से लिया गया है. अभी हमारी बात सीएम और डिप्टी सीएम से हुई है, सोमवार तक का आश्वासन दिया गया हैं. फिलहाल छात्राओं ने धरना स्थगित किया हैं.
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