Lakshyara Singh Gaddi Utsav Highlights: मेवाड़ आज फिर महाराणा प्रताप के वंशजों की ऐतिहासिक परंपरा का गवाह बन रहा है. बुधवार सुबह मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का गद्दी उत्सव कार्यक्रम जारी है. इस वक्त लख्यराज सिंह मेवाड़ धूणी दर्शन कर रहे हैं. यह उत्सव पूरे शाही अंदाज में मनाया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में VVIP शामिल हुए हैं. इस उत्सव में शामिल होने वाले पुरुषों के लिए सफेद कुर्ता-पायजामा और महिलाओं के लिए सफेद सूट या पारपरिक सफेद पोशाक निर्धारित की गई है.
रात 9 बजे तक चलेगा कार्यक्रम
सबसे पहले सिटी पैलेस के आंगन में यज्ञ हुआ. इसके बाद सुबह 9.30 बजे गद्दी उत्सव शुरू हुआ, जो दोपहर 1.30 बजे तक जारी रहेगा. यह कार्यक्रम राजमहल यानी सिटी पैलेस में हो रहा है. इसके बाद दोपहर 3.15 बजे अश्व पूजन की परंपरा होगी. फिर शाम 4.20 बजे मेवाड़ की परंपरा के अनुसार एकलिंगजी महादेव के दर्शन के लिए जाएंगे. इस कार्यक्रम के बाद शाम 7 बजे शहर स्थित हाथीपोल गेट पर पूजन कार्यक्रम होगा. इसके बाद रात 8.15 बजे भाईपा और सरदारों की रंग पलटाई दस्तूर का आयोजन होगा. रात 9 बजे लोग जगदीश मंदिर के दर्शन के लिए जाएंगे.
Here Are the Live Updates of Dr. Lakshyaraj Singh Mewar's Gaddi Utsav
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने किए धूणी माता के दर्शन
गद्दी पर विराजमान होने के बाद लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ अब धूणी माता के दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं.
कुलगुरु ने किया लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तिलक
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के कुलगुरु डॉ. वागीशकुमार गोस्वामी ने गद्दी पूजा संपन्न होने के बाद लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तिलक कर दिया है. इस दौरान का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें शंख की ध्वनि और मंत्रोचार सुनाई दे रहे हैं.
गद्दी की पूजा की जा रही है
सिटी पैलेस में चल रहा यज्ञ अब पूरा हो गया है. इस वक्त गद्दी की पूजा की जा रही है. इस पूजा के संपन्न होने के बाद कुलगुरु लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तिलक करेंगे और फिर उन्हें गद्दी पर बैठाएंगे.
Lakshyaraj Singh Mewar: गद्दी उत्सव के लिए साधु संत भी आए
उदयपुर स्थित सिटी पैलेस में चल रहे डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के गद्दी उत्सव में साधु-संंत भी शामिल हुए हैं. पैलेस के अंदर से तस्वीर सामने आई है, जिसमें मेहमानों के साथ साधु-संत भगवा रंग के कपड़े पहनकर बैठे नजर आ रहे हैं.
Gaddi Utsav in Udaipur: धूणी का इतिहास समझिए
मेवाड़ राजवंश से शिवरति घराने के डॉ.अजातशत्रु शिवरती ने बताया कि धुणी काफी प्राचीन है. यह उदयपुर के बसाए जाने से भी पुरानी है. किसी ने उदयसिंह को बताया कि एक पहाड़ी पर एक साधु विराजमान हैं और वह बड़ा स्थान है. इसके बाद महाराणा उदयसिंह प्रेम गिरि महाराज के पास पहुंचे.
उस साधु ने उनसे कहा - "उदा (उदयसिंह) तू मेवाड़ की राजधानी यहां बना, क्योंकि यह सबसे सुरक्षित स्थान है. चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा है और पानी भी बहुत है. हमेशा सुरक्षित स्थान रहेगा."
उदयसिंह ने प्रेम गिरि महाराज की बात मानकर उस धूणी पर ही महल बनवाया जिसे आज सिटी पैलेस कहा जाता है और उदयपुर को मेवाड़ की राजधानी बनाया. उदयसिंह द्वारा मेवाड़ की राजधानी उदयपुर को बनाने के बाद अलग-अलग महाराणाओं ने अपने अपने समय में सिटी पैलेस का निर्माण कराया. आज जो धूणी है वह सिटी पैलेस में माणक चौक के पास स्थित हैं, महाराणा उदयसिंह के समय से ही मेवाड़ की परंपरा रही है. राजतिलक के बाद कोई भी महाराणा बनता है वह सबसे पहले धूणी के दर्शन करता है.
Lakshyaraj Singh Mewar: धूणी के सामने गद्दी उत्सव का आयोजन
जहां से उदयपुर की नींव रखी गई थी, वहीं धूणी के सामने राय आंगन पर गद्दी उत्सव का आयोजन होगा. कुछ ही देर में मेवाड़ के कुलगुरु परंपराओं का निर्वहन करते हुए लक्ष्यराज को गद्दी पर विराजमान करवाएंगे.
Gaddi Utsav in Udaipur: मेहमानों का आना हुआ शुरू
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के गद्दी उत्सव में शामिल होने के लिए मेहमानों का सिटी पैलेस में पहुंचना शुरू हो गया है. कुलगुरु डॉ वागीश कुमार गोस्वामी आज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को गद्दी पर विराजवाने की परंपरा निभाएंगे.
Lakshyaraj Singh Mewar: सिटी पैलेस के आंगन में चल रहा यज्ञ
गद्दी उत्सव शुरू होने से पहले सिटी पैलेस के आंगन में यज्ञ चल रहा है, जिसमें सफेद रंग के शाही वस्त्र पहनकर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ परंपरा का निर्वहन करते नजर आ रहे हैं.