Leopard Terror: जोधपुर के आबादी वाले इलाके में एक लेपर्ड घुस आया. सीसीटीवी फुटेज में लेपर्ड की चहलकदमी दिखी. जिसके बाद आस-पास के लोग भयभीत हो गए. लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम लेपर्ड की तलाश के लिए पहुंची. लेकिन अभी लेपर्ड की तलाश पूरी नहीं हो सकी है. इससे लोगों में दहशत का माहौल है. मिली जानकारी के अनुसार जोधपुर के सूरसागर इलाके में कालूराम जी की बावड़ी के पास सुबह 3:10 के बाद एक लेपर्ड की हलचल सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. लेपर्ड की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिलने के साथ ही पुलिस ने अब वन विभाग के साथ मिलकर लेपर्ड की तलाश शुरू की है.
सूरसागर इलाके में दिखा लेपर्ड
सूरसागर इलाके में कालूराम जी की बावड़ी के पास एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में लेपर्ड जाते हुए और जंप मारते हुए दिखाई दे रहा है. लेपर्ड की सूचना के साथ वन विभाग की टीम भी सुबह जल्दी मौके पर पहुंची, और लेपर्ड के पद चिन्ह को देखते हुए उसके पीछे लगी हुई है.
बालसमंद इलाके में छिपे होने की आशंका
वन विभाग की टीम के अधिकारियों ने बताया कि जिस तरह से लेपर्ड के फुटप्रिंट मिले हैं, उससे कयास लगाया जा रहा है कि वह बालसमंद इलाके में हो सकता है. इसके लिए वन विभाग की टीम उसका पीछा कर रही है वन विभाग के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस लेपर्ड को पकड़ लिया जाएगा.
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— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) March 15, 2024
लोगों को अलर्ट रहने का निर्देश
वहीं लेपर्ड के मूवमेंट और सूरसागर इलाके से गुजरने का सीसीटीवी वीडियो वायरल होने के साथ ही शहर में दहशत का माहौल है. हालांकि लेपर्ड ने अभी तक किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है. लेकिन उसकी कल्पना से ही लोग डरे और सहमे हुए हैं. वहीं पुलिस ने भी उसे क्षेत्र में लोगों को अलर्ट रहने को कहा है. अब देखना यह है कि यह लेपर्ड कब तक वन विभाग के शिकंजे में आ पाता है.
दिन में धूप के कारण गुफा या चट्टान में छिपा हो सकता है लेपर्ड
वन विभाग द्वारा 10 लोगों की टीम बनाकर सूरसागर से लेकर रावटी और बालसमंद एरिया में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. वन विभाग के कर्मचारी बंसीलाल ने बताया कि दिन में धूप होने की वजह से पैंथर किसी गुफा या चट्टान झाड़ियां की ओट में छिपा हो सकता है. पैंथर का स्वभाव इंसानों की बस्ती से दूर रहने का है, और रात के वक्त वह अपना शिकार चुनता है.
शाम में फिर हो सकती है हलचल
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि शाम के वक्त शायद कहीं हलचल हो, उसके बाद उसे ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने का प्रयास किया जाएगा. बंसीलाल ने बताया कि जोधपुर शहर में पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से पैंथर के पद चिन्ह पहाड़ियों पर नजर नहीं आ रहे हैं वही उसे क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों और लोगों को सतर्क रहने के साथ ही साथ सूचना देने को भी कहा गया है.
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