Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस (Congress Candidate List) ने मंगलवार को 43 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में राजस्थान की 10 सीटों से भी उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. इससे पहले भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट में राजस्थान की 15 लोकसभा सीटों के साथ-साथ 195 सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा की थी. कांग्रेस की लिस्ट जारी होने के बाद राजस्थान की 8 सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के मुकाबले की तस्वीर साफ हो गई है. इसमें बीकानेर में मेघवाल vs मेघवाल तो अलवर में यादव vs यादव की टक्कर होगी. इसके अलावा जालौर-सिरोही लोकसभा सीट पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की टक्कर भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता लुंबाराम चौधरी से होगी. आइए जानते हैं राजस्थान की इन 8 सीटों के बारे में जहां भाजपा-कांग्रेस की सीधी टक्कर की पिक्चर क्लियर हो चुकी है.
1. बीकानेर लोकसभा सीट पर मेघवाल vs मेघवाल की टक्कर
राजस्थान की बीकानेर लोकसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस में मेघवाल vs मेघवाल की टक्कर होगी. भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस ने राज्य सरकार के पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल को चुनावी मैदान में उतारा है. गोविंद राम मेघवाल पिछली गहलोत सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री थे. वो राजस्थान सरकार में पूर्व संसदीय सचिव भी रह चुके हैं. बीकानेर जिले की खाजूवाला और नोखा विधानसभा सीट से वो विधायक रह चुके हैं.
2. अलवर लोकसभा सीट से यादव vs यादव की टक्कर
राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से भाजपा-कांग्रेस में यादव vs यादव की टक्कर तय हो गई है. यहां से भाजपा ने राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव को चुनावी मैदान में उतारा था. जिनसे मुकाबले के लिए कांग्रेस ने विधायक ललित यादव को लोकसभा के चुनावी मैदान में उतारा है. ललित यादव अलवर जिले की मुंडावर विधानसभा सीट से विधायक हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में ललित यादव को 1 लाख से अधिक वोट मिले थे. जबकि भाजपा प्रत्याशी मनजीत चौधरी को 69 हजार के करीब वोट मिले थे.
3. चूरू में भाजपा के बागी सांसद राहुल कस्वां कांग्रेस के टिकट से मैदान में
कांग्रेस ने चूरू से राहुल कस्वां को चुनावी मैदान में उतार दिया है. कस्वां यहां से बीते दो टर्म से सांसद हैं. हालांकि दोनों बार उन्होंने भाजपा से चुनाव जीता था. इस बार भाजपा ने उनका टिकट काट दिया था. जिसके बाद वो कांग्रेस में शामिल हो गए. अब चूरू में भाजपा प्रत्याशी पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया की कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां से टक्कर होगी. राहुल कस्वां के परिवार का चूरू की राजनीति में लंबे समय से दखल रहा है. वो साल 2014 में वह सबसे कम उम्र के सांसद बने थे. राहुल कस्वां के पिता राम सिंह कस्वां भी चार बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं. यही नहीं, उनके दादा दीपचंद कस्वां भी लोकसभा सांसद रहे हैं. राहुल कस्वां की मां कमला कस्वां भी सादुलपुर से विधायक रह चुकी हैं. इसके अलावा राहुल कस्वां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के दामाद भी हैं.
4. भरतपुर में कांग्रेस की संजना जाटव का रामस्वरुप कोली से मुकाबला
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित राजस्थान की भरतपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद रंजीता कोली का टिकट काटकर रामस्वरुप कोली को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने यहां से संजना जाटव को चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने युवा महिला नेता और कठूमर विधानसभा से कांग्रेस की प्रत्याशी रही संजना जाटव पर भरोसा जताया है. संजना जाटव कांग्रेस पार्टी में एक्टिव कार्यकर्ता होने के साथ साथ प्रियंका गांधी की गुड बुक में शामिल रही हैं. संजना जाटव को विधानसभा चुनाव में मात्र 409 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.
5. जोधपुर में गजेंद्र सिंह शेखावत से लोहा लेंगे कांग्रेस के करन सिंह उचियारडा
पूर्व सीएम अशोक गहलोत के गृहनगर से भाजपा के कद्दावर नेता गजेंद्र सिंह शेखावत अभी सांसद हैं. ऐसे में पार्टी ने उन्हें फिर से टिकट दिया है. शेखावत केंद्रीय मंत्री भी हैं. दूसरी ओर यहां से कांग्रेस ने करण सिंह उचियारडा को चुनावी मैदान में उतारा है. करन सिंह पीसीसी सदस्य हैं. इन्हें सचिन पायलट गुट का नेता माना जाता हैं. पेशे से बिल्डर हैं. सरकारी नौकरी से वीआरएस लेकर राजनीति और बिजनेस में आए. पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं.
6. उदयपुर सीट पर दो रिटायर अफसरों में होगी टक्कर
उदयपुर एक ST सीट है. बीजेपी ने इस सीट पर मन्नालाल रावत को उम्मीदवार घोषित किया है. मन्नालाल रावत भी राजस्थान परिवहन विभाग में एडिशन कमिश्नर रह चुके हैं. मन्नालाल रावत ने भी चुनाव लड़ने के लिए VRS लिया है. अब तारा चंद मीणा की टक्कर मन्नालाल रावत के साथ होने वाली है. ऐसे में उदयपुर सीट पर चुनाव दिलचस्प होने वाला है. तारा चंद मीणा जो एक IAS अधिकारी है. लेकिन हाल ही में उन्होंने VRS के लिए आवेदन किया था. जिसे मंजूर भी कर लिया गया है.
7. जालोर में गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और लुंबाराम चौधरी में टक्कर
इस बार से लोकसभा चुनाव में राजस्थान की जालौर-सिरोही लोकसभा सीट पर पूरे देश की नजरें टिकी होगी. क्योंकि यहां से कांग्रेस ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को चुनावी मैदान में उतारा है. दूसरी ओर भाजपा ने यहां से लुंबाराम चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है. भाजपा ने जालोर सांसद देव जी पटेल का टिकट काट दिया था. देव जी पटेल विधानसभा चुनाव में हार गए थे. जिसके बाद उनका टिकट कटना तय माना जाता था. लुंबाराम चौधरी भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं. जमीन से जुड़े नेता हैं. टिकट मिलने वाले दिन भी वो बाइक से घूमते नजर आए थे. अब वो पूर्व सीएम के बेटे से चुनावी मैदान में भिड़ेंगे.
8. चित्तौड़गढ़ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और उदय लाल आंजना में मुकाबला
चित्तौड़गढ़ से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी मौजूदा सांसद हैं. पार्टी ने उन्हें इस बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. दूसरी ओर कांग्रेस से उदय लाल आंजना को चुनावी मैदान में उतारा है. उदयलाल आंजना पेशे उद्योगपति हैं. गहलोत की पिछली सरकार में वो सहकारिता मंत्री थे. विधानसभा चुनाव से पहले उनके दफ्तर और घर पर आईटी की रेड भी पड़ी थी. पैसे वाले उम्मीदवार हैं. देखना है कि लोकसभा चुनाव में सीपी जोशी से किस हद तक मुकाबला करते हैं.
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