Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) शनिवार को एक दिवसीय भरतपुर (Bharatpur) दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे डीग (Deeg) जिले में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को लेकर आयोजित आभार सभा को संबोधित करेंगे. सीएम के स्वागत और सभा को लेकर जमीनी स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
दोपहर में जनसभा को संबोधित करने के बाद सीएम शर्मा शाम तक अपने गृह जिले भरतपुर पहुंचेंगे, जहां सीएम का भव्य स्वागत किया जाएगा. इसके बाद सीएम दिल्ली रवाना हो जाएंगे. राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय नेतृत्व की उच्चस्तरीय बैठक में सीएम शर्मा को शामिल होना है. रविवार को दिल्ली से लौटकर वे सीधा धौलपुर के बाड़ी जाएंगे और आभार सभा में होंगे शामिल. वहां कुछ समय रुकने के बाद वे करौली के लिए रवाना हो जाएंगे. पहले सीएम को आज ही धौलपुर आना था, लेकिन दिल्ली मीटिंग के कारण उनका आज का दौरा कैंसिल हो गया. अब वे 25 फरवरी को धौलपुर आएंगे.
कोर कमेटी की बैठक में बनी थी रणनीति
बताते चलें कि भाजपा ने दो जल परियोजनाओं- पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) और यमुना जल परियोजना- को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले "डबल इंजन सरकार" की सफलता के रूप में उजागर करने की योजना बनाई है. बीते गुरुवार को जयपुर में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में इस पर फैसला लिया गया है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने बैठक में कहा था, 'भाजपा सरकार ने राज्य के लोगों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया है. जो काम पिछली सरकार ने 5 साल में नहीं किया वो हमारी सरकार ने दो महीने के भीतर कर दिया. लोग सोच भी नहीं सकते थे कि हमें हरियाणा से पानी मिल सकता है. लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में असंभव भी संभव है.'
हाल ही में साइन हुआ था ERCP MoU
आपको बता दें कि हाल ही में राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. यह एमओयू राजस्थान के 13 पूर्वी जिलों में पेयजल और सिंचाई की उपलब्धता का मार्ग प्रशस्त करेगा. साथ ही क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में बड़ी भूमिका होगी. ERCP एक महत्त्वाकांक्षी पेयजल और सिंचाई जल परियोजना की घोषणा राज्य सरकार द्वारा राज्य बजट 2017-18 में पूर्वी राजस्थान के 13 ज़िलों में पीने तथा सिंचाई के जल की समस्या के स्थायी समाधान के रूप में की गई थी. इन ज़िलों में झालावाड़, बारां, कोटा बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर और धौलपुर शामिल थे.
दोनों राज्यों में पानी की किल्लत होगी दूर
ERCP का उद्देश्य दक्षिणी राजस्थान में चंबल, कुन्नू, पार्वती, कालीसिंध सहित इसकी सहायक नदियों में बरसात के मौसम में उपलब्ध अतिरिक्त जल का संचयन करना और इस जल का उपयोग राज्य के दक्षिण-पूर्वी ज़िलों में करना है, जहां पीने तथा सिंचाई के लिये जल की कमी है. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का उद्देश्य वर्ष 2051 तक दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में मानव तथा पशुधन हेतु पीने के जल तथा औद्योगिक गतिविधियों हेतु जल की आवश्यकताओं को पूरा किया जाना है. इसी उद्देश्य को लेकर राजस्थान मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री के साथ केंद्र सरकार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. इसी के चलते राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा अलवर ,भरतपुर, धौलपुर और करौली ,गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर में आभार सभाओं को संबोधित करेंगे.