Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग समाप्त हो चुकी है. परिणाम 4 मई को आने हैं. इंतजार लंबा है. इस बीच सभी वोटों के गुणा गणित में लगे हुए हैं. राजस्थान में इस बार फिर से फर्स्ट टाइम वोटर पर सभी दलों की निगाहें थी. भाजपा जहां पेपर लीक पर कार्रवाई से पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं को रिझाने की जुगत में थी, वहीं युवा प्रत्याशियों के कारण कांग्रेस को भी इस वोट बैंक से उम्मीद थी. राजस्थान में इस बार 16 लाख 64 हजार 845 फर्स्ट टाइम वोटर थे. इनमें 9 लाख 91 हजार 505 में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यानी करीब 59.56% फर्स्ट टाइम वोटर ने वोट डाले. निर्वाचन विभाग और राजनीतिक दलों को उम्मीद थी कि युवा वोटर निकलेंगे और उत्साह के साथ वोट करेंगे. लेकिन उम्मीद में मुताबिक युवा वोटर निकले नहीं.
4 सीटों पर 70% से अधिक पोलिंग, करौली धौलपुर में आधे युवा भी नहीं निकले
प्रदेश में लोकसभा की सिर्फ 4 ऐसी सीटें थी, जहां 70% से अधिक फर्स्ट टाइम वोटर ने वोट किया. सबसे अधिक बांसवाड़ा में 77.93%, बाड़मेर में 74.59%, कोटा में 73.39% और जोधपुर में 72.25% फर्स्ट टाइम वोटर ने वोटिंग है.
करौली धौलपुर में आधे फर्स्ट टाइम वोटर भी बूथ तक नहीं पहुंचे. यहां 47.44 % मतदाताओं ने वोट डाले. वहीं भरतपुर में 50.5%, जयपुर ग्रामीण में 51.66%, दौसा में 53.83%, झुंझुनूं में 54% और राजसमंद में 54.11% नए मतदाताओं ने वोट डाले.
जिन सीटों पर दिग्गजों की लड़ाई, वहां निकले नए मतदाता
आंकड़े बताते हैं कि हॉट सीटों पर फर्स्ट टाइम वोटरों ने ज्यादा उत्साह दिखाया. लेकिन जहां बड़े चेहरे नहीं थे, वहां मतदाताओं का उत्साह वैसा नहीं दिखा. बांसवाड़ा में राजकुमार रोत और महेंद्रजीत मालवीया की लड़ाई में युवा वोटरों ने उत्साह दिखाया. यहां बागीदौरा विधानसभा में 8761 फर्स्ट टाइम वोटर में से 8706 ने वोट डाल दिए. वहीं जोधपुर के सूरसागर में 7178 में से 7007 मतदाताओं ने मतदान किया.
बांसवाड़ा की तीन विधानसभा सीटों पर 90% से अधिक मतदान हुआ. बाड़मेर में उमेदा राम बेनीवाल, कैलाश चौधरी और रविंद्र भाटी के त्रिकोणीय मुकाबले और कोटा में प्रह्लाद गुंजल, ओम बिरला के मुकाबले में पहली बार के मतदाताओं ने उत्साह दिखाया.
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