Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत गरम हो रही है. वहीं बीजेपी ने राजस्थान में अपने 15 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इसके बाद से उम्मीदवारों के नाम सामने के बाद राजनीति भी तेज होने लगी है. बीजेपी ने कांग्रेस से आए नेताओं को तबज्जो दिया है और उनके लिए सीटिंग सांसद तक का टिकट काट दिया है. डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कुछ ऐसा ही हुआ है. यहां से महेंद्रजीत सिंह मालवीय (Mahendrajeet Singh Malviya) को टिकट दिया है जो 40 साल से कांग्रेस में थे. अब बीजेपी में आते ही उन्हें डूंगरपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, उन्हें टिकट देने के लिए वर्तमान सांसद कनकमल काटार का टिकट काट दिया गया है. महेंद्रजीत को टिकट मिलने के बाद वह क्षेत्र में अपना दौरा शुरू कर दिया है. वहीं, उन्हें टिकट मिलने के बाद कांग्रेस भी उनपर हमलावर हो गई है. क्योंकि बीजेपी ज्वाइन करते ही 13 दिन बाद उन्हें टिकट मिला है.
महेंद्रजीत सिंह ने कहा 'नहीं लड़ूंगा चुनाव'
बीजेपी से महज 13 दिन में ही टिकट मिलने के बाद महेंद्रजीत सिंह पर कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह बामनिया ने हमला बोला और कहा कि जिसके खिलाफ बीजेपी के जिलाध्यक्ष लाभचंद पटेल ने भ्रष्टाचार के लिए ईडी से जांच कराने की मांग कर रहे थे. उन्हें अब टिकट देकर सम्मानित किया गया है. इस पर महेंद्रजीत सिंह ने बांसवाड़ा दौरे पर पलट जवाब दिया कि 40 साल से राजनीति में हूं लेकिन न तो उन्होंने और न ही उनके परिवार ने कोई भ्रष्टाचार किया है. उन्होंने अर्जुन सिंह बामनिया का नाम लिये बिना कहा कि अगर मुझपर आरोप लगाने वाले नेता भ्रष्टाचार साबित कर दें तो वह 'चुनाव नहीं लड़ेंगे.'
कनकमल कटारा से लिया आशीर्वाद
महेंद्रजीत सिंह मालवीय डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा पहुंचे. जहां वर्तमान सांसद कनकमल काटार के घर पर मुलाकात कर उनसे आशीर्वाद लिया. उनसे मिलन कर मालवीय यह लोगों को एकता का संदेश देना चाहते थे. क्योंकि उनकी वजह से कनकमल कटारा का टिकट काटा गया है. तो ऐसे में कार्यकर्ताओं में किसी तरह का विरोध न हो इस वजह से कार्यकर्ताओं के बीच संदेश दिया गया है. वहीं कनकमल कटारा ने भी महेंद्रजीत मालवीय को लोकसभा चुनाव जीत के लिए आशीर्वाद दिया है. उन्होंने साथ मिलकर चुनाव में काम करने की बात कही.
वहीं, सांगवाड़ा में मौजूदा समय में राजनीति करवट बदल रही है. हाल ही में मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने खेल कर दिया था और पांच पार्षद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. वहीं, महेंद्रजीत मालवीय ने भी बीजेपी में आते ही संकेत दिया था कि कांग्रेस के कई नेता बीजेपी में सामिल हो सकते हैं. ऐसे में पार्षदों का बीजेपी में आना उनकी रणनीति हो सकती है.
वहीं, आदिवासी वोट बैंक में बीजेपी सेंधमारी कर रही है. क्योंकि बीजेपी में बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) के विलय होने की खबर सामने आ रही. है. जबकि महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने भी दावा किया है कि बीटीपी संस्थापक छोटू भाई वसावा और उनके पुत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश भाई वसावा ने दो दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है.
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