Rajasthan News: देश में शिक्षा के नए हब के रूप में उभर रहे जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी में एक थर्ड ईयर की छात्रा के गुमनाम पत्र ने शिक्षा के मंदिर में हड़कंप मचा दिया है. पत्र में जिस तरह से खुलासा किया गया है जिसके बाद से गुरू भगवान का रूप होते हैं इस बात को संदेह के घेरे में भी डाल दिया है. जहां देश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार MBM विश्वविद्यालय में बीटेक थर्ड ईयर की एक छात्रा ने एक गुमनाम पत्र के जरिए अपने प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया है. साथ ही पैसे न देने पर फेल कर देने का भी आरोप लगाया है. यह गुमनाम पत्र सोमवार देर शाम विश्वविद्यालय प्रशासन को मिला, इसके बाद गंभीरता दिखाते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय शर्मा ने टाइम बाउंड कमेटी का गठन कर जांच के निर्देश दिए है.
दरअसल मामले के अनुसार एमबीएम विश्वविद्यालय की बीटेक थर्ड ईयर की छात्रा ने छेड़छाड़ और अपने क्लास में दूसरे स्टूडेंट के सामने ही प्रोफेसर द्वारा अपमानित करने का आरोप भी लगाया. छात्रा ने एक गुमनाम पत्र में लिखा कि उसके पिता ने भी प्रोफेसर को समझाने का प्रयास किया लेकिन आरोपी प्रोफेसर परीक्षा में फेल करने की धमकी देने लगा. इस घटना से परेशान होकर यह गोपनीय पत्र विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ ही अधिष्ठता (डीन) और सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को भेजा गया है.
छात्रा ने अपने पत्र में किया खुलासा
इस आरोप पत्र में छात्रा ने यह भी आरोप लगाया बीते एक सप्ताह पहले भी आरोपी प्रोफेसर मेरे करीब आया और छेड़छाड़ करने की कोशिश की. इस घटना से डर कर छात्रा दो दिनों तक विश्वविद्यालय नहीं आई. बाद में विश्वविद्यालय आने पर शिक्षक ने सभी के सामने ही छात्रा का हाथ पकड़ कर उसे एक तरफ कर दिया और परीक्षा में फेल करने की भी धमकी दी. जहां कुछ देर बाद ही आरोपी प्रोफेसर उसे साइड में ले जाकर हाथ सहलाने लगा, छात्रा हाथ छुड़वाकर वहां से भागी और अपने घर चली गई. इस घटना की जानकारी छात्रा ने अपने पिता को दी, जिसपर उसके पिता ने प्रोफेसर को फोन कर समझाश की लेकिन अगले ही दिन फिर कॉलेज पहुंचने पर छात्रा के साथ प्रोफेसर द्वारा अनुचित व्यवहार किया गया.
प्रोफेसर पर अवैध पैसा वसूलने का भी आरोप
छात्रा ने इसके अलावा प्रोफेसर पर पैसे वसूल ने का भी आरोप लगाया छात्र के इस गुमनाम पत्र में लिखा कि प्रोफेसर छात्र और छात्राओं से किसी न किसी नाम पर हमेशा पैसा वसूलते हैं. जहां हाल ही में भी विश्वविद्यालय में हुए एक इवेंट के नाम पर विद्यार्थियों से 700 रुपये लाने के लिए भी बाध्य किया गया, नहीं लाने पर उन्हें फेल करने की भी धमकी दी गई. गुमनाम पत्र में इस अवैध वसूली की शिकायत पर वीसी ने अलग से जांच कमेटी गठित की है.
कमेटी की रिपोर्ट आने पर होगी कड़ी कार्रवाई
एमबीएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय शर्मा ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया कि हमें कल शाम को ही गुमनाम नाम से एक पत्र मिला. पत्र में हमारे विश्वविद्यालय के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर दो अलग आरोप लगाए गए थे. पहला आरोप सेक्सुअल हैरेसमेंट का था और दूसरे आरोप में शिक्षक द्वारा फंक्शन के नाम पर पैसे मांगने का आरोप था. इन आरोपों पर विश्वविद्यालय गंभीर है और तुरंत एक्शन लेते हुए विश्वविद्यालय की सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी बनी, यह कमेटी जांच कर 7 दिन में रिपोर्ट देगी. शिकायत सच साबित होने पर नियमों के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा जो इवेंट के नाम पर पैसे लेने का आरोप इस पत्र में दिया गया है उसके लिए भी विश्वविद्यालय की ही प्रोफेसर एसके सिंह की अध्यक्षता की एक कमेटी बनाई है. दोनों ही कमेटियों को 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं. इन दोनों जांच कमेटियों की रिपोर्ट आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन दोषी पर कड़ी कार्रवाई करेगा.
दो अगल-अलग जांच कमेटी का किया गठन
एमबीएम विश्वविद्यालय ने मामले पर गंभीरता दिखाते हुए दो अलग-अलग जांच कमेटियों का गठन किया है. जिसमें प्रो जय श्री वाजपेयी की अध्यक्षता में पहले से बनी लैंगिक उत्पीड़न कमेटी को सौंप दी है. जिसमे 8 शिक्षक सदस्य हैं वहीं पैसे लेने के मामले की जांच विश्वविद्यालय के सिविल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. एसपी सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी को दी है. जिसमें प्रो अखिल रंजन गर्ग, प्रो. अरविंद वर्मा सदस्य हैं. यह दोनों कमेटियों को 7 दिन में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है.
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