राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण में मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा 6 संदिग्ध व्यक्तियों को डिटेन किया गया है. इन लोगों के पास फर्जी आर्मी के जवानों के आईडी कार्ड मिले हैं, जो आर्मी के आईडी कार्ड को स्कैन करके बनाए गए थे. संदिग्धों में से 2 गुजरात और 4 इंदौर के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
लाठी टोल नाके के पास पकड़े गए संदिग्ध
मिलिट्री इंटेलिजेंस ने 6 संदिग्ध व्यक्तियों को जैसलमेर के पास जोधपुर- जैसलमेर सड़क मार्ग पर लाठी टोल नाके के पास से पकड़ा है. पहले भी इसी क्षेत्र में पाकिस्तानी जासूस को पकड़ा गया था.
सुरक्षा एजेंसियां हो गई सतर्क
मिलिट्री इंटेलिजेंस की इस कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और मामले की जांच में जुटी हैं. लाठी थाना पुलिस को सौंपे गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है, और सुरक्षा एजेंसियां बॉर्डर इलाके में बाहरी राज्यों के लोगों के फर्जी आईडी कार्ड के मामले की जांच कर रही हैं.
बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई
सुरक्षा एजेंसियों की आशंका है कि ये संदिग्ध लोग किसी अवांछित गतिविधि में शामिल हो सकते हैं और इनके पास से बरामद फर्जी आईडी कार्ड का इस्तेमाल सैन्य प्रतिष्ठानों में घुसने के लिए किया जा सकता था. कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जैसलमेर जिले के बॉर्डर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है और लोगों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के लिए कहा गया है.
ऐसे मामले में JIC करती है पूछताछ
इस संदर्भ में संदिग्ध लोगों की जांच के लिए JIC (Joint Intelligence Committee) गठित की जाती है, जिसमें पुलिस और अन्य सुरक्षा जांच एजेंसियां मिलकर संदिग्धों से पूछताछ करती हैं.
फर्जी आई कार्ड के उपयोग पर संदिग्धों ने कहा
प्राथमिक पूछताछ में संदिग्धों ने कहा है कि वे घूमने के लिए रामदेवरा आए थे और फिर तनोट दर्शन के लिए जा रहे थे. उन्होंने टोल के पैसा बचाने और सरलता से एंट्री करने के लिए फर्जी आईडी कार्ड का उपयोग किया था.