
एसआई भर्ती रद्द होने पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि सरकार को इस कन्फ्यूजन को क्लियर करना चाहिए. कोर्ट ने क्या बोला है, सरकार क्या बोल रही है. यह लोगों को पता ही नही है. पौने दो साल से सरकार कन्फ्यूज है. सरकार के मंत्री कुछ ओर बोलते हैं. सरकार ने हलफनामा कुछ और दिया. निर्णय कुछ और आया है. पूरा कन्फ्यूजन जो किया गया. उसकी पूरी जिम्मेदार सरकार की है.
"सच है कि भ्रष्टाचार हुआ है"
सचिन पायलट ने कहा कि यह बात सच है कि भ्रष्टाचार हुआ है. कोर्ट ने भी लिखा है RPSC में भ्रष्टाचार हुआ है, और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए, जो दोषी है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. सरकार की इच्छा शक्ति हो तो पेपर लीक नहीं होगा. और जो लोग लीक करते हैं या करवाते हैं. वो नेता हों या अधिकारी हों. वो बहुत बड़ा अन्याय करते हैं. नौजवानों के साथ, जो कभी स्वीकार नहीं हो सकता.
"बिहार में लोगों के नाम काटे गए"
साथ ही सचिन पायलट ने वोट चोरी के मुद्दे को लेकर भी बयान दिया. सचिन पायलट ने कहा कि बिहार में लाखों लोगों के नाम काटे गए हैं. कोर्ट ने इंटरविन किया है. बोला है कि आधार भी एक प्रमाण होगा वोट डालने का, जो निर्वाचन आयोग का रवैया है, वो पारदर्शी नहीं है. सवालों के जवाब मिलते नहीं है. राहुल गांधी ने बिहार में जो रैली निकाली है, उसे अपार जन समर्थन मिला है.
पायलट ने आगे कहा, "SIR हो, वोटर लिस्ट की गड़बड़ी हो, पार्टीज को वोटर लिस्ट मिलनी चाहिए, जिससे हम उसको कम्पेयर और चेक कर सकें. हम सवाल इलेक्शन कमीशन से पूछते हैं और जवाब बीजेपी के प्रवक्ता देते हैं. यह स्वीकार नहीं है."
"कांग्रेस और नेहरू को कब तक कोसते रहेंगे"
दिया कुमारी के सड़कों वाले बयान पर पायलट ने कहा कि कांग्रेस को, नेहरू जी को, राजीव गांधी जो को कब तक बीजेपी के नेता कोसते रहेंगे. बीजेपी की सरकार को 11 साल केंद्र में हो गए हैं और 2 साल राज्य में होने को आए हैं. उनको खुद के रिपोर्ट कार्ड पर समीक्षा करनी चाहिए कि कितना काम हुआ है? जिन उम्मीदों के साथ पौने दो साल पहले सरकार का निर्माण हुआ था, वो धराशायी है. लोग परेशान हैं. खासकर नौजवान और किसान. पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों को लेकर पायलट ने कहा कि सरकार डर के मारे चुनाव नहीं करवा रही है.
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