Rajasthan News: राजस्थान में सीईटी परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी से जनेऊ उतरवाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब निर्दलीय विधायक यूनुस खान भी परीक्षा के समय जनेऊ उतरवाने के विरोध में खड़े हो गए. उन्होंने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर कहा कि इस धर्म संस्कार विरोधी घटना से मेरा मन भारी आहत है. यह घटना तब हुई है, जब प्रदेश में आप जैसे व्यक्तित्व के धनी मुख्यमंत्री हैं, जो जनेऊ की अनिवार्यता, उसके वैदिक और पौराणिक महत्व से अवश्य परिचित होंगे.
'धर्मरक्षकों ने मौन साध रखा'
निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने पत्र में लिखा कि 28 सितंबर 2024 को हुई सीईटी स्नातक परीक्षा में बांसवाड़ा से जयपुर परीक्षा देने आए अभ्यर्थी हरेन दवे से परीक्षा केंद्र में जांच के नाम पर जनेऊ उतराई गई. महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय टोंक फाटक जयपुर में हुई इस घटना से मेरा मन बहुत ही आहत हुआ है. उन्होंने आगे लिखा कि प्रदेश में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं और कथित धर्मरक्षकों ने मौन साध रखा है.
CM भजनलाल से कार्रवाई की मांग की
यूनुस खान ने पत्र में मनु जैमनी और कुमारिल भट्ट का यज्ञोपवीत को लेकर कही बातों का जिक्र करते हुए मामले में मुख्यमंत्री से तुरंत संज्ञान लेने को कहा. इसके साथ ही निर्दलीय विधायक ने दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की. दरअसल, बांसवाड़ा का रहने वाला हरेन दवे 27 सितंबर को जयपुर में CET की परीक्षा देने आया था. जयपुर के टोंक फाटक के पास महात्मा गांधी स्कूल में उसका एग्जाम सेंटर था.
जनेऊ उतारकर देनी पड़ी थी परीक्षा
दोपहर 3 बजे जब हरेन सेंटर पर पहुंचा तो चेकिंग के दौरान पुलिस ने उससे जनेऊ उतारने के लिए कहा. जब उसने जनेऊ उतारने से मना कर दिया तो मामला स्कूल के प्रिंसिपल के पास पहुंचा. इस पर स्कूल के प्रिंसिपल ने भी उससे जनेऊ उतारने के लिए कहा. इसके बाद अभ्यर्थी हरेन लिखित में देने की बात कहते हुए अड़ गया और काफी देर तक विवाद होता रहा. बाद में अभ्यर्थी को जनेऊ उतारकर परीक्षा देनी पड़ी थी.
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