Monkeypox Outbreak: वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स के प्रकोप के बीच यूएस सीडीसी (US Centers for Disease Control and Prevention) की एक रिपोर्ट से पता चला है कि कोविड-19 के विपरीत, मंकीपॉक्स वायरस (एमपीएक्सवी) आसानी से हवा के माध्यम से नहीं फैलता. सीडीसी की नवीनतम 'रुग्णता और मृत्यु दर' साप्ताहिक रिपोर्ट में एमपीओएक्स वाले 113 व्यक्तियों पर एक अध्ययन शामिल था, जिन्होंने 2021-22 के दौरान 221 उड़ानों में यात्रा की थी.
हवाई यात्रा करने से संक्रमण का खतरा नहीं
नतीजों से पता चला कि 1,046 यात्रियों में से कोई भी संक्रमित नहीं हुआ. रिपोर्ट में कहा गया है कि 'अमेरिकी सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसियों द्वारा 1,046 यात्री संपर्कों पर नजर रखने के बाद सीडीसी ने किसी दूसरे मामले की पहचान नहीं की.'
निष्कर्षों से पता चलता है कि 'एमपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति के साथ हवाई यात्रा करने से संक्रमण का खतरा नहीं होता है, या नियमित संपर्क ट्रेसिंग गतिविधियों की आवश्यकता नहीं होती है.' हालांकि सीडीसी ने सिफारिश की है कि एमपॉक्स संक्रमित लोगों को अलग-थलग रहना चाहिए.
संक्रमित लोगों से करीबी शारीरिक संपर्क खतरा
इस बीच सीडीसी ने यह भी बताया कि वेरिएंट के बावजूद, निष्कर्ष एमपीएक्सवी पर लागू होते हैं और क्लेड-I और क्लेड-II एमपॉक्स दोनों एक ही तरीके से फैलते हैं. सीडीसी ने कहा कि मुख्य रूप से, यह एमपॉक्स घावों से संक्रमित लोगों के साथ करीबी शारीरिक या अंतरंग संपर्क के माध्यम से फैलता है. 'कम अक्सर संक्रामक श्वसन स्राव और फोमाइट्स के माध्यम से' फैलता है.
अफ्रीका में तेजी से फैल रहा संक्रमण
ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान प्रकोप मुख्य रूप से क्लेड-1B के कारण फैला है, जो ऐतिहासिक रूप से बढ़ी हुई संक्रामकता से जुड़ा हुआ है. एमपॉक्स को WHO द्वारा वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है. जो वर्तमान में अफ्रीका में तेजी से फैल रहा है और वयस्कों और बच्चों दोनों को संक्रमित कर रहा है. इससे विशेषकर बच्चों की मृत्यु भी बढ़ रही है, जिससे वायुजनित होने की चिंता बढ़ रही है.
स्वीडन और थाईलैंड में भी फैल चुका
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नेशनल कोविड-19 टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 'निकट संपर्क के दौरान स्थिति अलग होती है, जहां श्वसन बूंदें अभी भी भूमिका निभा सकती हैं.' अफ्रीका के बाहर एमपॉक्स का क्लेड 1B स्वीडन और थाईलैंड में भी फैल चुका है, जहां अब तक एक-एक मामला सामने आया है.
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