Rajasthan News: जैसलमेर जिले के सोढाण क्षेत्र के फलसूंड में सास और पति पर दहेज के चलते एक युवती की हत्या करने का आरोप लगा है. इस मामले में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट के समक्ष गुरुवार को धरना दिया. ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी ज्ञापन देकर आरोपी सास को गिरफ्तार करने की मांग की गई थी. लेकिन पुलिस द्वारा सास की गिरफ्तारी नहीं करने पर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट के सामने धरना देकर शोक सभा का आयोजन किया और मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी.
क्या है पूरा मामला
मतृका उगम कंवर निवासी सीतोड़ाई गांव की शादी 26 जनवरी 2023 को लिलम सिंह निवासी महादेव नगर, फलसुण्ड के साथ हुई थी. दो नवंबर को उगम की मौत हो गई थी. पीहर पक्ष ने दहेज हत्या का केस दर्ज कराया था, जिसमें आरोप लगाया कि दहेज की मांग को लेकर उसके पति और उसकी सासु ने उगम कंवर की पानी के टांके में डुबाकर मार दिया. मृतका के परिजनों ने पुलिस थाना फलसुण्ड में दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया गया.
22 दिन पहले दर्ज कराया था मामला
ग्रामीण छुगसिंह सोढ़ा ने बताया कि दहेज हत्या का मामला 2 नवंबर को फलसूंड थाना में दर्ज किया गया था, लेकिन पुलिस ने मृतका के पति लीलमसिंह को गिरफ्तार कर इतिश्री कर ली है. लेकिन मृतका की सास स्वरुप को राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने गिरफ्तार नही किया. जिससे पीहर पक्ष के लोगों में रोष व्याप्त है. इस संबंध में पुलिस थाना फलसुण्ड में धारा 304 बी, 498 ए, 302, 120 बी के तहत मुकदमा भी दर्ज करवाया गया है.
अन्य गांवो में भी हो सकता है मतदान प्रभावित
ग्रामीणों का आरोप है कि नामजद आरोपी स्वरुप कंवर को पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, अगर पुलिस द्वारा नामजद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो 20 से अधिक गांवों में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा. धरना स्थल पर एसडीएम जगदीश आशिया व डिप्टी प्रियंका कुमावत पहुंची और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण सास की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे.
कार्यवाई न होने पर नहीं जाएंगे बूथ
ग्रामीणों ने बताया कि पीड़ित पक्ष को अंदेशा है कि राजनीतिक दबाव के चलते आरोपी सास की गिरफ्तारी नहीं किया जा रहा है, और ठीक से अनुसंधान भी नहीं किया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक नामजद आरोपी मृतका की सास सहित अन्य जो भी लोग उगम कंवर की हत्या में शामिल है, जबतक उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है तबतक शोक सभा में ग्रामीण धरने के रूप में मौजूद रहेंगे. साथ ही 25 नवंबर को होने वाले चुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार करते हुए बूथों पर मतदान करने नहीं जाएंगे.
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