राजस्थान के नागौर में श्रम विभाग में ई-मित्र संचालकों और एजेंटों से कमीशन की मांगने के मामले में श्रम निरीक्षक पर गाज गिर गई है. विभाग ने कमीशन मांगने का ऑडियो वायरल होने पर श्रम निरीक्षक (Labour Inspector) कुलदीप यादव को निलंबित कर दिया. यह कार्रवाई एक 45 मिनट के वायरल हुए ऑडियो के बाद हुई, जिसमें यादव एजेंटों से 8 प्रतिशत कमीशन मांगते हुए धमकी देते सुनाई दे रहे हैं.
कमीशन मंगने का 45 मिनट का ऑडियो वायरल
श्रम विभाग में मजदूरों और छात्रों के हक पर डाका डालने वाला एक बड़ा खुलासा हुआ है. जिले के श्रम निरीक्षक कुलदीप यादव को भ्रष्टाचार के आरोप में श्रम आयुक्तालय, जयपुर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. उनका मुख्यालय भी बारां स्थानांतरित कर दिया गया है. ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विभाग ने इसे गंभीरता से लिया और जांच शुरू की. 45 मिनट की इस ऑडियो रिकॉर्डिंग में कुलदीप यादव ई-मित्र और दलालों से कमीशन की मांग कर रहे हैं.
वे कहते हैं कि 8 प्रतिशत कमीशन दो और काम करवाओ, वरना रगड़-रगड़कर रिजेक्ट करूंगा. वायरल ऑडियो में कुलदीप यादव ने दावा किया कि 2022-23 में उन्होंने 27 हजार फाइलें एक झटके में रिजेक्ट कर दी थीं और किसी ने कुछ नहीं किया. ऑडियो में जब एजेंट 7 प्रतिशत देने पर अड़े तो उन्होंने कहा कि मैं वो ही कुलदीप हूं, 2022 में आपकी 25 से 27 हजार फाइल रगड़-रगड़कर रिजेक्ट की, कोई चूं भी नहीं कर सका जाओ, मैदान खुला पड़ा है.
एजेंट से मांगे 1 लाख रुपये एडवांस
शाम को कुलदीप यादव ने एजेंट को घर बुलाकर 1 लाख रुपये एडवांस मांगे. साथ ही यह भी कहा कि हमने भी एक-दो माह पहले एडवांस दिए, अब आईडी चालू हुई. पेमेंट पहले लाओ, काम करवाना है तो जेब से पैसा लगाओ. ऑडियो में जयपुर में पैसे देकर आईडी चालू करवाने का भी जिक्र है. हालांकि एनडीटीवी वायरल ऑडियो रिकॉर्डिंग की पुष्टि नहीं करता है.
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