
Rajasthan Heatwave: राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है. शनिवार को बाड़मेर में अधिकतम तापमान 47 डिग्री को पार कर गया. देशभर में सबसे गर्म शहरों में राजस्थान के 10 शहर शामिल रहे. उधर बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए जयपुर के नाहरगढ़ बॉयोलॉजिकल पार्क में भी कई खास इंतजाम किए हैं. जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए उनके बाड़ों में कूलर लगाए गए हैं और उनके आहार में आइसक्रीम और सत्तू को शामिल किया गया है.
वन्य जीवों के डाइट में बदलाव
पार्क में वन्यजीवों के एंक्लोजर में डक्टिंग, कूलर और फव्वारों की व्यवस्था की गई है, जिससे तापमान को नियंत्रित रखा जा सके. ओपन एरिया में भी शेड्स पर डक्टिंग सिस्टम लगाया गया है, ताकि जानवरों को ठंडी हवा मिलती रहे. वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है. शाकाहारी जानवरों को ठंडक देने वाले फल और सब्जियां जैसे ककड़ी, खीरा और तरबूज दिए जा रहे हैं.
भालुओं को दे रहे सत्तू-आइसक्रीम
वहीं भालुओं के लिए खास तौर पर सत्तू, आइसक्रीम और फल शामिल किए गए हैं. गर्मी से राहत देने के लिए उन्हें पानी में घोलकर ग्लूकोस भी पिलाया जा रहा है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ देवेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि वन्यजीवों की दिनचर्या और भोजन दोनों में बदलाव कर गर्मी से राहत देने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही, एंक्लोजर में रेनगन भी लगाई गई है और अधिकारियों की टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.

पानी की बौछार के लिए ‘रेन गन'
पार्क के प्रबंधकों ने बताया कि जवानों के खाने पीने को मौसम के हिसाब से समायोजित किया गया है. इसमें बाघ और शेर के शावकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिनकी ये पहली गर्मियां हैं. बाघों, शेरों और तेंदुओं के खुले बाड़ों में पानी की बौछारें करने के लिए ‘रेन गन' लगाई गई हैं. ये उपकरण तापमान को कम रखने में मदद करते हैं. एक दरियाई घोड़े ने कुछ दिन पहले ही शावक को जन्म दिया है. इस मां-बच्चे की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त देखभाल की जा रही है.
यह भी पढ़ें-
राजस्थान में आंधी-तूफान ने ली 2 लोगों की जान, कच्चे मकान की दीवार गिरी; मां-बेटी और पिता दबे