
Rajasthan News: राजस्थान के चर्चित एसडीएम थप्पड़कांड (SDM Thappad Kand) में फंसे नरेश मीणा (Naresh Meena) को सोमवार सुबह टोंक जिले की लिंक कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन पर चल रहे दो मुकदमें में सुनवाई के लिए 9 मई की तारीख तय कर दी गई. पेशी के बाद वापस बूंदी जेल लौटते वक्त नरेश मीणा ने NDTV राजस्थान से बातचीत की, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) से अपना वादा निभाने के लिए कहा.
नरेश मीणा के पिता से मिले थे सीएम
दरअसल, मई महीने में नरेश मीणा की रिहाई के लिए उनके समर्थकों ने जयपुर जाकर आंदोलन करने का ऐलान किया था. हालांकि आंदोलन शुरू होने से पहले ही सीएम भजनलाल शर्मा ने नरेश मीणा के पिता से मुलाकात करके इसे वापस करवा दिया था. इसके बदले में सीएम ने नरेश मीणा को जेल से निकलने का वादा किया था. लेकिन वो अभी तक पूरा नहीं हो सका. ऐसे में अब नरेश मीणा और उनके समर्थकों का धैर्य जवाब देता नजर आ रहा है और वे वापस सरकार को आंदोलन करने का इशारा दे रहे हैं.
15 मई से जयपुर में होगा आंदोलन
नरेश मीणा ने पुलिस वैन में बैठते वक्त अपने समर्थकों से कहा- 'अगर सरकार अपना वादा नहीं निभाती है तो 15 मई से जयपुर में आंदोलन शुरू होगा.' नरेश मीणा की यह बात सुनकर समर्थक नारेबाजी करने लगे. इस दौरान पुलिस से बहस भी हुई. हालांकि स्थिति नहीं बिगड़ी और पुलिस आराम से नरेश मीणा को लेकर वापस बूंदी जेल के लिए रवाना हो गई.
'टोंक जेल में मेरी जान को खतरा था'
इस दौरान जब नरेश मीणा से उनके टोंक जेल से बूंदी जेल में शिफ्ट होने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'टोंक जेल में सब कुछ ठीक नहीं है. वहां मेरी जान का खतरा था. इसीलिए मुझे बूंदी शिफ्ट होना पड़ा. टोंक जेल में कैदियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. भ्रष्टाचार चरम पर है.
नंगे पैर क्यों रहते हैं नरेश मीणा?
नरेश मीणा ने पैदल खाटूश्यामजी जाने का संकल्प लिया हुआ है. इस वजह से वे हर वक्त नंगे पैर रहते हैं. विधानसभा चुनाव में प्रचार के वक्त भी उन्होंने चप्पल नहीं पहनी थी. वहीं आज भी कोर्ट में पेशी के दौरान वो नंगे पैर आए थे. वे 14 नवंबर से जेल में बंद हैं और अभी तक एक बार भी उन्हें जमानत नहीं मिली है.
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