Rajasthan News: राजस्थान के चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वृद्धजनों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रत्येक जिले के जिला अस्पताल में एक जीरियाट्रिक्स वार्ड और जीरियाट्रिक्स मशीन शुरु करने के निर्देश दिए थे. इस पहल का लाभ अब लोगों को मिलना शुरू हो गया है. गंगापुर सिटी के जिला अस्पताल में वृद्धजनों को इसकी सुविधाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया है. ये वार्ड आईसीयू वार्ड में 10 बेड का वृद्धजन बेड में तब्दील कर रामाश्रय वार्ड बनाया गया है.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने इस मानवीय पहल को 100 दिवसीय कार्य योजना में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए थे. चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता ने आदेश मिलते ही वार्ड शुरु कर दिया है. जिसमें डॉक्टर, कम्पाउण्डर अपनी नियमित सेवाएं दे रहे हैं.
रामाश्रय वार्ड में मिल रही है ये सुविधाएं
राजकीय जिला अस्पताल में रामाश्रय में वृद्धजनों के उपचार और देखभाल की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, 10 फोल्डर बेड लगाए गए है. इनमें से पांच बेड महिला व पांच बेड पुरुषों के लिए आरक्षित किए गए है. हर बेड के बीच में पार्टीशन कर परदे लगाए गए है. हॉस्पिटल के वार्ड प्रभारी फिजिशियन डॉ. कपिल जासवाल ने बताया कि इस वार्ड में पांच सदस्यों का चिकित्सा स्टाफ अलग से लगाया गया है.
वार्ड में फिजियोथेरेपिस्ट और फिजियोथैरेपी से संबंधित उपकरणों की समुचित व्यवस्था की गई हैं. इनमें शॉर्ट वेब डायाथर्मी, अल्ट्रासाउण्ड थैरेपी, सरवाइकल ट्रैक्शन, पेल्विक ट्रक्शन, ट्रांस इलेक्ट्रिक नर्व स्टिमुलेटर जैसे उपकरण के साथ व्हील चेयर, ट्रॉली, मेडिसिन कैबिनेट और अन्य आवश्यक फर्नीचर सुविधाएं है.
विशेषज्ञ डॉक्टर की सेवाएं और जांच
इस वार्ड में एक नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो सभी व्यवस्थाओं का प्रबंधन संभाल रहे हैं. इसके साथ ही वार्ड में रोगियों की देखभाल के लिए अलग से नर्सिग स्टाफ व सफाई के लिए कार्मिक नियोजित किए गए हैं. वृद्धजनों को आईपीडी के समय विशेषज्ञ सेवाएं वार्ड में ही मिल रही हैं. जांच के लिए सैम्पल भी वार्ड से ही लिए जा रहे हैं. यानी रिपोर्ट भी मरीज को बेड पर ही उपलब्ध हो रही है. इस वार्ड में बृद्धजनों के उपचार और अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित सभी चिकित्सकों, नर्सिग स्टाफ की सुविधाओं का लाभ मिल रहा है.
एक हजार वृद्धजन ले चुके है लाभ
जिला अस्पताल में रामाश्रय का बृद्धजनों को लाभ मिल रहा है. यह वार्ड 10 वेड का आईसीयू वार्ड में बनाया गया है. फिजिशियन नर्सिग स्टाफ कार्य कर रहा है. अब तक लगभग एक हजार वृद्धजन चिकित्सा सुविधाओं का लाभ ले चुके है.
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