
NIA Action in Rajasthan: राजस्थान आतंकवाद साजिश मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो भगोड़ों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को जयपुर स्थित एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. अब जांच एजेंसी गिरफ्तार भगोड़ों से पूछताछ कर मामले की छानबीन में जुटी है. गिरफ्तार दोनों आरोपी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं.
गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों का आईएसआईएस से भी संबंध होने की बात कही जा रही है. एनआईए की टीम इस बात की जांच कर रही है. मालूम हो कि पिछले साल चित्तोड़गढ़ में विस्फोटक और आईईडी सामग्री की जब्ती हुई थी. मामले की छानबीन में यह बात सामने आई कि राजस्थान में आतंकी साजिश रचने वाले सरगना का आईएसआईएस से जुड़े आतंकी संगठन 'एसयूएफए' से संबंध है.
इसी मामले में अब दो भगोड़ों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार दोनों आरोपी की पहचान मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान उर्फ युसूफ के रूप में हुई है. ये दोनों एमपी के रतलाम के रहने वाले हैं. जिन्हें कल एनआईए विशेष अदालत, जयपुर के समक्ष पेश किया गया. एनआईए को उम्मीद है कि उनकी गिरफ्तारी से एजेंसी को मामले में गायब कड़ियों को जोड़ने में मदद मिलेगी. मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान सक्रिय रूप से आईएसआईएस विचारधारा को फैलाने में लगे थे
पिछले साल विस्फोटक हुए थे बरामद
उल्लेखनीय हो कि पिछले साल वांछित अभियुक्तों के कब्जे से विस्फोटक उपकरण (आईईडी) एनआईए/डीएलआई बरामद हुए थे. बाद में जांच से पता चला कि दो लोगों ने सामग्री खरीदी थी और आतंक और तबाही फैलाने के इरादे से आईईडी बनाने के लिए पदार्थ राजस्थान और भारत में अन्यत्र भेजने की प्लानिंग की। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को आईईडी निर्माण में उच्च प्रशिक्षण प्राप्त था और वे उनके प्रशिक्षण में भी शामिल थे.
मास्टर माइंड इमरान पोल्ट्री फॉर्म में बनाता था आईईडी
इस साजिश का मास्टरमाइंड इमरान खान पोल्ट्री फार्म में ऐसे उपकरण बनाने का सह-आरोपी है. पिछले महीने एनआईए ने पोल्ट्री फार्म को कुर्क किया था. पिछले साल मुंबई भाग जाने और बाद में पुणे में बसने के बाद, उन्होंने कम से कम दो आईईडी तैयार किए. पिछले वर्ष पुणे में प्रशिक्षण और निर्माण कार्यशालाएँ की. इस मामले में सरगना इमरान और 10 अन्य आरोपियों के खिलाफ एनआईए ने पिछले साल सितंबर में आरोप पत्र दायर किया था.