Integrated Health Engineer System 2.0: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और चिकित्सा तंत्र को पूरी तरह ऑनलाइन करने के लिए चिकित्सा विभाग ने कमर कस ली है. विभाग अब इन्टीग्रेटेड हैल्थ मैनेजमेंट सिस्टम 2.0 लागू करने जा रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा कि आमजन को सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दृष्टि से यह एक महत्वाकांक्षी और विजनरी प्रोजेक्ट है. वे बुधवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में इन्टीग्रेटेड हैल्थ मैनेजमेंट सिस्टम 2.0 विकसित करने के संबंध में समीक्षा कर रही थी.
उन्होंने कहा कि यह एक अत्याधुनिक हैल्थ मैनेजमेंट सिस्टम होगा, जिससे प्रदेश के चिकित्सा तंत्र में सकारात्मक क्रांतिकारी बदलाव आएगा. आमजन, चिकित्सकों एवं प्रशासन तीनों के लिए ही यह बेहद लाभकारी होगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस प्रोजेक्ट को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए संबंधित विभाग एवं एजेंसियां पूर्ण समन्वय के साथ काम करें. इस प्रोजेक्ट की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी.
मरीजों को मिलेगी यह सुविधाएं
बैठक में बताया गया कि इस सिस्टम के तहत इलेक्ट्रॉनिक हैल्थ रिकॉर्ड, डिजी हैल्थ लॉकर, मरीजों को कतारों से मुक्ति, यूनीफाइड डिजीटल सर्वे, केपीआई आधारित डैशबोर्ड, स्वास्थ्य संबंधी लाइसेंस एवं एनओसी आदि के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, टेली आईसीयू, जीओ टेगिंग आधारित चिकित्सालय का मैप जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इससे ज्यादातर स्वास्थ्य सेवाएं ऑनलाइन होंगी और मरीजों को उपचार लेने में आसानी होगी.
यह भी पढ़ें- यात्रियों से भरी स्लीपर बस अचानक पलटी, करीब 36 लोग घायल, 9 की हालत गंभीर