Rajasthan CM Race, Analysis: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनाव परिणाम आ चुके हैं. इन पांच राज्यों में हुए चुनाव में बीजेपी को तीन हिंदी बेल्ट के राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में बहुमत से ज्यादा सीटें मिली हैं. जनादेश के बाद अब मुख्यमंत्री पद के लिए मंथन जारी है. कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा तीनों राज्यों में चेहरा बदलने की तैयारी में है. इस बीच बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर भाजपा के शीर्ष नेताओं की एक बैठक हो रही है. इस बैठक में भाग लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह थोड़ी देर पहले पीएम आवास पहुंचे.
इससे पहले राजधानी दिल्ली में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की एक और बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में चुनाव में जीत हासिल करने वाले पार्टी के सभी 12 सांसदों ने हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह भी इस बैठक में मौजूद हैं. संभावना है कि बैठक में तीन राज्यों में मुख्यमंत्री के नाम पर भी चर्चा हुई होगी.
गौरतलब है कि यह लगातार दूसरी बैठक है. मंगलवार को भी पीएम आवास पर मुख्यमंत्रियों के नाम को लेकर एक बैठक हुई थी जो 4 घंटे तक चली थी. बताते चलें कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को कांग्रेस से छीन लिया है और सत्ता विरोधी लहर के बाद भी मध्य प्रदेश में अपनी सरकार की वापसी कर ली है.
चुनाव परिणाम आने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल जनता और विधायकों के बीच यह तैर रहा है कि सूबे का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इन तीनों राज्यों में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है. परिणाम के बाद से ही बीजेपी में मुख्यमंत्री को लेकर मंथन चल रहा है. इसी सिलसिले में मंगलवार को देर रात पीएम आवास पर बैठक हुई, जो करीब 4 घंटे चली थी. कल हुई इस बैठक में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए थे.
वहीं आज शाम फिर इस सिलसिले में मीटिंग शुरू हो चुकी है. और हो सकता है इस बार मोदी- शाह के जादू के पिटारे से राजस्थान और बाकि के अन्य दो राज्यों के CM उम्मेदारों के नाम सामने आ जाएं. आज फिर से PM आवास पर होने वाली इस मीटिंग में 3 राज्यों में मुख्यमंत्री के नाम और राज्य के भविष्य साथ ही आने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर के रणनीति पर चर्चा हो सकती है.
बीजेपी चुनाव के बाद से ही लगातार इन राज्यों के ऑब्जर्वर्स से संपर्क बनाये हुए हैं. वहीं जल्द ही बीजेपी राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ के लिए ऑब्जर्वर्स के नामों का ऐलानकर सकती है. ये ऑब्जर्वर्स राज्यों में जाकर नवनिर्वाचित विधायकों से मिलेंगे बातचीत करेंगे, उनका मूड भांपने का काम करेंगे और फिर इसके विधायक दल का नेता चुना जाएगा.
ऐसे में आइए आपको यह बताते हैं कि आखिर बीजेपी के अंदर किन लोगों की मुख्यमंत्री के नामों को लेकर चर्चा सबसे तेज चल रही है. साथ और क्यों किसके चेहरे पर मुहर लग सकती है.
1. वसुंधरा राजे सिंधिया- दो बार राज्य की मुख्यमंत्री के रूप में राजस्थान की कमान संभाल चुकीं हैं. वसंधुरा राजे इस बार भी इस पद की दौड़ में सबसे आगे बताई जा रही हैं.
2. बाबा बालकनाथ योगी- उत्तरप्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ से इनकी तुलना की जा रही है. बालकनाथ को CM बना कर बीजेपी राज्य में और देश में अपनी हिंदुत्व की छवि और और भी मजबूती से आगे बड़ा सकती है.
3. गजेंद्र सिंह शेखावत- छात्र जीवन से राजस्थान की राजनीति में सक्रिय, केंद्र में पार्टी के कद्दावर नेता की छवि है.
4. दीया कुमारी- राजघराने से सम्बन्ध होने के कारण, इस बार के चुनाव में बीजेपी को सबसे अधिक वोट महिलाओं ने दिए हैं, उन सभी फैक्टर्स को ध्यान में रख कर बीजेपी उन्हें राज्य का अगला महिला मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट कर सकती है.
5. अश्विनी वैष्णव- सिविल सर्वेन्ट के रुप में क्लीन छवि, जोधपुर से जुड़ाव, प्रशासनिक दक्षता में अव्वल, बीजेपी के 2019 से शुरू हुए दूसरे टर्म में मोदी ने खासतौर पर अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट सिविल सर्वेन्ट को सीधे मंत्री का पद सौंप का यह साफ़ सन्देश दिया है कि जो भी देश सेवा में सबसे आगे रहेगा उससे लीक से हटकर जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
इसी के साथ ही राजस्थान में सीएम पद के लिए बीजेपी में कई अन्य नाम भी उभरे हैं. सबसे मजबूत दावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सीपी जोशी के नाम भी हवा में तैर रहे हैं.