
Leopard Attacks In Udaipur: गोगुंदा के राठौड़ों के गुड़ा में पुजारी विष्णुपूरी के पैंथर द्वारा शिकार करने के बाद पूरा प्रशासन गांव में पहुच चुका है. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के द्वारा 11 टीम बनाई गई है जो अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना हो चुकी है. वहीं वन विभाग और जिला प्रशासन ने लोगों को हिदायत दी है कि अकेले घरों से बाहर नहीं निकलें.
किसी नए जानवर के इलाके में आने का भी शक
DFO अजय चितौड़ा ने बताया कि अभी तक किसी ने जानवर को देखा नहीं है और पिछली तीन घटनाओं और आज की घटना में हाथ और पैर काटना और बाद में उस बॉडी को जंगल में ले जाने से किसी नए जानवर का शक भी है, जो अपने इलाके से भाग आया है. तेंदुए के डर गांव में अधिकतर लोग लाठी और कुल्हाड़ी ले कर घुमते नजर आ रहे हैं.
पुजारी को बनाया शिकार
सोमवार को गोगुंदा में पैंथर मंदिर के पुजारी विष्णु को उठा कर जंगल में ले गया. बताया जा रहा है कि पुजारी को तड़के 3 बजे देखा गया था. इस गांव में देर रात तक लोकनृत्य गवरी का मंचन हो रहा था. उसके बाद भी पुजारी बिष्णु को पेंथर ने अपना शिकार बनाया. मंदिर से 600 मीटर की दूरी पर विष्णु महाराज का शव मिला. पैंथर के लगातार हमले से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. आदमखोर पैंथर पुजारी के पूरे शरीर को नोच डाला. आदमखोर पैंथर के हमले से 10 दिनों में 6 लोगों को मौत हो चुकी है.
दो तेंदुए पहले पकड़े जा चुके
कुछ दिन पहले वन विभाग ने दो तेंदुओं को पकड़ा भी था, लेकिन उसके बाद भी शिकार आदमखोर का शिकार नहीं रुका. यह भी खबर आई कि पकड़े गए तेंदुओं के दांत घिसे हुए हैं. और वो आदमखोर नहीं हैं. अब जब तेंदुए ने फिर से एक मंदिर के पुजारी का शिकार किया तो यह साबित हो गया कि आदमखोर तेंदुआ अभी भी खुला घूम रहा है.
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