Petrol Pump Strike In Rajasthan: राजस्थान में पेट्रोल पंप एसोसिएशन द्वारा बुलाई गई दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल का आज दूसरा दिन है. रविवार को हड़ताल का मिलाजुला असर देखने को मिला. हालांकि अजमेर जिले के पेट्रोल पंप संचालकों ने हड़ताल में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों में हड़ताल का असर देखने को मिला, जिससे आम लोगों को परिवहन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
सरकार की ओर से कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर और अन्य के साथ करीब 1 घंटे की बातचीत के बाद भी हड़ताल खत्म करने को लेकर सहमति बनी इसलिए हड़ताल को 12 मार्च सुबह 6 बजे तक यथावत चलती रहेगी और अपनी मांगों को लेकर डीलर्स आज दोपहर 12.00 बजे स्टेच्यू सर्किल से सचिवालय तक की पदैल मौन रैली करेगा.
गौरतलब है पेट्रोल पंप डीलर्स वैट में कटौती की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, जिससे राजस्थान में पेट्रोल की कीमत में लगभग 12 रुपए की कमी आएगी. इन्हीं मांगों को लेकर हड़ताल के पहले दिन यानी रविवार अजमेर जिले को छोड़कर राज्य भर के पेट्रोल पंप बंद रहे, लेकिन राज्य के 18 से अधिक जिलों में, जो पंजाब और हरियाणा जैसे अन्य राज्यों की सीमा पर हैं, जैसे गंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर में हड़ताल जारी रहेगी।
हड़ताल को खत्म करने को लेकर क्या है डीलर्स की मांगें-
- पेट्रोल-डीजल पर वैट शीघ्र प्रभाव से कम किया जाए. एसोसिशन का कहना है कि पीएम मोदी की गारन्टी के बाद भी राज्य सरकार द्वारा अभी तक वैट कम नहीं किया गया है.
- डीलर कमशीन में बढ़ोतरी की जाए.एसोसिएशन का कहना है कि पिछले 7 वर्षों से डीलर कमीशन कोई बढ़ोतरी नहीं की गई,जबकि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के मंहगाई में भत्ते निरंतर बढ़ोत्तरी की जा रही है
- एसोसिशन की मांग है कि डीलर को बिना उसके ऑर्डर के जबरन ल्यूब ऑयल व प्रीमियम प्रॉडक्ट की आपूर्ति नहीं की जाए