Phalodi Satta Bazar: चुनाव चाहे भारत का हो या पाकिस्तान-अमेरिका का, IPL कौन जीतेगा, खेल की दुनिया में चैंपियन कौन बनेगा, आगे मौसम कैसा रहेगा, इस बार फसल कैसी होगी... पब्लिक इंटरेस्ट से जुड़ी ऐसी बड़ी घटनाओं पर सटीक आंकलन करने वाला राजस्थान का फलोदी सट्टा बाजार बुधवार को बंद रहा. बीते कुछ दिनों से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के नतीजों के आंकलन को लेकर भी फलोदी सट्टा बाजार सुर्खियों में है. कहा जाता है कि लोकसभा चुनाव के हार-जीत का सबसे इंट्रेस्टिंग आंकलन राजस्थान के फलोदी (Phalodi) में होता है. फलोदी का 500 साल पुराना फलोदी सट्टा बाजार अपने आंकलन को पूरी दुनिया में मशहूर है. कहा जाता है कि फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi Satta Bazar) में लगाए गए जीत-हार के आंकलन सबसे सटीक होते है. लेकिन बुधवार को फलोदी सट्टा बाजार में सन्नाटा छाया रहा. आखिर ऐसा क्यों हुआ आइए जानते हैं.
फलोदी सट्टा बाजार का नेटवर्क पूरे देश में
फलोदी राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर और बीकानेर के बीच बसा एक छोटा सा शहर है. इसे नमक नगरी भी कहा जाता है. यहां भीषण गर्मी पड़ती है. लेकिन इस सब पहचानों से अधिक फलोदी सट्टा बाजार को लेकर खबरों बना रहता है. फलोदी सट्टा बाजार का नेटवर्क पूरे देश में फैले है. यहां 500 सालों से सट्टा लगाया जा रहा है. यहां के सटोरियों का आंकलन सबसे सटीक होता है. जो कई बार साबित हो चुका है. इस बीच बुधवार को फलोदी सट्टा बाजार पूर्णरूपेण बंद रहा.
एक मीडिया रिपोर्ट के विरोध में बंद रहा फलोदी सट्टा बाजार
फलोदी सट्टा बाजार के बंद रहने के पीछे का कारण एक मीडिया रिपोर्ट हैं. दरअसल एक प्रतिष्ठित अखबार ने बुधवार को फलोदी सट्टा बाजार पर एक रिपोर्ट एक प्रकाशित की थी. जिसमें बताया गया था कि फलोदी का सट्टा बाजार कैसे काम करता है. इस रिपोर्ट में फलोदी के एक शख्स अंटू चाण्डा की तस्वीर भी छापी गई थी.
रिपोर्ट में अंटू चाण्डा को ऑल ओवर इंडिया सट्टा बाजार का अध्यक्ष बताया गया था. उसके हवाले से बताया गया कि इस बार लोकसभा चुनाव में अभी तक 110 करोड़ का सट्टा लग चुका है. चुनाव खत्म होने तक यह आंकड़ा 300 करोड़ पार भी जा सकता है.
रिपोर्ट जिस व्यक्ति के हवाले उसने कहा मुझसे कोई बात नहीं हुई
बुधवार को अखबार में इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद फलोदी के कथित सट्टा बाजार के कारोबारियों ने नाराजगी जाहिर की. कहा कि यह रिपोर्ट बाजार को बदनाम करने की साजिश के तहत छापी गई. रिपोर्ट में जिस व्यक्ति को ऑल ओवर इंडिया सट्टा बाजार का अध्यक्ष बताया गया उसका एक वीडियो वर्जन भी सामने आया. जिसमें वो यह कहता सुनाई दे रहा है कि न मुझसे किसी से बात हुई. मेरे को मालूम ही नहीं पड़ा कि यह फोटो क्या लिया. यह सट्टा बाजार थोड़े ही है. यह तो आंकलन बाजार है. हम लोग आंकलन करते हैं.
भास्कर के इस रिपोर्टर ने खुद को इन्वेस्टिगेटिव साबित करने के लिए fake news लिख दी है.
— Kuldeep Chhangani (@KuldeepChhanga6) May 15, 2024
अंटू चाण्डा से मेरी बात हुई उन्होंने कहा मेरे पास भास्कर का कोई पत्रकार नही आया जिस तरह से इस न्यूज को सनसनीखेज बनाया गया है उसे पढ़कर यही समझ आता है.जबकि ऐसा कुछ नही है @8PMnoCM@pantlp pic.twitter.com/HthRSsInWF
अंटू चाण्डा ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही
अंटू चाण्डा ने कहा कि मेरे पास कोई मिलने नहीं आया. मेरे साथ में किसी ने बड़ी साजिश हुई है. हमारे आंकलन बाजार को भी बहुत धक्का लगा है. चाण्डा ने यह भी कहा कि वह इस खबर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. लोकसभा चुनाव को लेकर सटीक जानकारी देने पर बाजार के वास्तविक स्वरूप को तोड़-मरोड़ कर प्रकाशित करने का बाजार में रोष दिखा. इस कारण बुधवार को बाजार में थड़ी, ठेला, सब्जी वाले, चाय बेचने वाले व नमकीन विक्रेताओं की दुकानें भी बंद रही.
लोग बोले- यह सट्टा बाजार नहीं आंकलन बाजार है
बाजार के लोगों का आरोप है कि फलोदी को सट्टा बाजार के नाम से बदनाम करने की साजिश रची गई. जबकि कई दशकों से चुनावी आकलन और आइडियाज के अनुसार यहां से हार-जीत का आंकलन किया जाता है. अंटू चाण्डा ने कहा कि न मुझसे किसी से बात हुई. मेरे को मालूम ही नहीं पड़ा कि यह फोटो क्या लिया. यह सट्टा बाजार थोड़े ही है. यह तो आंकलन बाजार है. हम लोग आंकलन करते हैं. ऐसे में अखबार की एक रिपोर्ट पर बुधवार को फलोदी का सट्टा बाजार पूरा बंद रहा.
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