
Prahlad Gunjal demanded release of Naresh Meena: एसडीएम थप्पड़कांड मामले में जेल में बंद नरेश मीणा की रिहाई की मांग एक बार फिर उठी है. कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने रिहाई की मांग करते हुए परिवार के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की चेतावनी दे दी है. उन्होंने मांग करते हुए बयान जारी किया है कि सरकार इस मामले में जल्द सकारात्मक पहल करें. ऐसा नहीं हुआ तो वह नरेश मीणा के परिजनों के साथ जयपुर में शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे. पूर्व विधायक ने आंदोलन शुरू करने की चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने नरेश मीणा के पिता से बातचीत के बाद आश्वस्त किया था. लेकिन अब तक नरेश मीणा की रिहाई नहीं हुई है. गुंजल ने कहा है कि वह जल्द ही नरेश मीणा के पिता और परिवार के लोगों से मिलकर आंदोलन की रणनीति बनाएंगे.
मुकदमा वापसी पर सीएम ने दिया था आश्वासन
इस मामले में 19 फरवरी को नरेश मीणा के माता-पिता ने सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात की थी. सीएम से मुलाकात के बाहर उनके माता-पिता ने कहा कि हम मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा था, "मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान हिंसा पीड़ितों को मुआवजा देने और मुकदमे वापस लेने पर बात हुई. मुख्यमंत्री ने हमारी मांगों पर ठोस आश्वासन दिया है."
थप्पड़कांड के बाद समरावता गांव में हुई थी हिंसा
13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के मतदान के दौरान समरावता गांव के लोगों ने वोटिंग का बहिष्कार किया था. निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे थे. इस दौरान नरेश मीणा ने अधिकारियों पर जबरन मतदान करवाने का आरोप लगाया था. नरेश मीणा पोलिंग बूथ पर आए और एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था. इसका वीडियो भी वायरल हुआ. इस थप्पड़कांड के बाद समरावता गांव में बड़ा बवाल हुआ था. इस थप्पड़कांड के बाद नरेश मीणा 14 नवंबर से जेल में हैं.
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