Protest against Panchayat Samiti reorganization: राजस्थान में पंचायतों के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी होने के बाद विरोध भी जारी है. सीकर में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. ग्राम पंचायत बाय के स्थान पर खाचरियावास को पंचायत समिति बनाने पर दातारामगढ़ में प्रदर्शन शुरू हो गया है. ग्राम पंचायत बाय के श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर बाय में लोग आंदोलन पर उतर गए हैं. ग्रामवासियों और जनप्रतिनिधियों ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र दांतारामगढ़ में तहसील मुख्यालय दांतारामगढ़ के बाद ग्राम पंचायत बाय बड़ी और मजबूत पंचायत है. ग्रामीणों का कहना है कि चाहे भौगोलिक स्थिति में हो, विकास के क्षेत्र में हो, चाहे शिक्षा, व्यापार, सड़क जुड़ाव और अन्य सुविधाओं के क्षेत्र में हो. 2011 की जनगणना के अनुसार बाय ग्राम पंचायत जनसंख्या, साक्षरता दर और लिंगानुपात में दातारामगढ़ तहसील में अव्वल था.
पंचायत के परिसीमन पर जताया विरोध
जनप्रतिनिधियों ने पंचायत समिति के परिसीमन पर भी विरोध जताया. क्योंकि महज 100 मीटर दूर ग्राम पंचायत कुली को भी दातारामगढ़ में रखा गया है. जबकि रेटा, गनोड़ा, सामेर, लाडपुर समेत 30- 40 किमी दूर स्थित गांवों को खाचरियावास में रखा गया है.
इस वजह से विरोध में ग्रामीण
दरअसल, खाचरियावास भौगोलिक स्थिति के आधार पर विधानसभा क्षेत्र की अंतिम पंचायत है. इन गांवों से सीधे कोई यातायात की व्यवस्था नहीं है. ग्रामीणों का विरोध इस बात पर है, "जब जनप्रतिनिधियों और प्रशासन ने नियमानुसार पंचायत समिति के लिए ग्राम पंचायत बाय को प्रस्तावित किया था. लेकिन अंतिम चरण में खाचरियावास को पंचायत समिति बनाकर सरकार ने क्षेत्रवासियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है."
सोशल मीडिया पर भी दिखा आक्रोश
प्रदेश सरकार और डीएलबी ने खाचरियावास को पंचायत समिति बनाए जाने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसके बाद अब प्रदेश में कुल 451 पंचायत समिति हो जाएगी. वहीं, सड़क से सोशल मीडिया तक इस जनांदोलन को उग्र करने की मांग की जा रही है. बाय को पंचायत समिति बनाने तक इस आंदोलन को जारी रखने की अपील की गई.
यह भी पढ़ेंः 'उस जगह गया जहां जेम्स बॉण्ड की शूटिंग हुई थी', आर्सेनल प्लेयर कैंपबेल राजस्थान जाकर हुए गदगद