PTI Exam: पीटीआई भर्ती-2022 के 52 अभ्यर्थियों को राजस्थान (Rajasthan) कर्मचारी चयन बोर्ड ने नोटिस जारी किया है. बोर्ड को इन सभी की डिग्रियों पर संदेह है, जिसके चलते नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है. सभी अभ्यर्थियों की डिग्री ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की है. इनमें से 19 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन पर बिना काउंसिलिंग के बीपीएड कोर्स में एडमिशन लेने का आरोप है. शेष 33 अभ्यर्थियों ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से डिग्री लेने की बात बताई है, लेकिन यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड में उनका कहीं विवरण नहीं है.
यूनिवर्सिटी पर पहले भी उठ चुके हैं सवाल, SOG कर चुकी है कार्रवाई
यह यूनिवर्सिटी पहले से सवालों के घेरे में है. इसी साल अप्रैल में एसओजी ने फर्जी डिग्री बांटने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था. तब इस यूनिवर्सिटी की कई डिग्री बरामद हुई थी. जुलाई महीने में यूनिवर्सिटी के संचालक जोगेंद्र सिंह को एसओजी ने गिरफ्तार किया था. तब यह पता चला था कि ओपीजेएस यूनिवर्सिटी 50 हजार से लेकर लाखों तक में अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं के लिए फर्जी डिग्री देती थी.
अधिकतम 500 एडमिशन का था अधिकार, बांट दी पीटीआई कोर्स की 1300 डिग्रियां
इन फर्जी डिग्रियों का सबसे अधिक इस्तेमाल PTI भर्ती परीक्षा में हुआ था. इस भर्ती परीक्षा में 1300 अभ्यर्थियों ने बताया कि उनके पास यूनिवर्सिटी पीटीआई की डिग्री है. जबकि तब तक यूनिवर्सिटी सिर्फ 500 अभ्यर्थियों को पीटीआई में एडमिशन देने के लिए अधिकृत थी. अब इन सभी पर शिकंजा कसा जा रहा है. वहीं, अलग-अलग कोर्सेज में यूनिवर्सिटी ने 43 हजार से अधिक डिग्री बांटी है. यह सभी डिग्रियां जांच के घेरे में है. एसओजी को डिग्री बांटने के इस फर्जीवाड़े में बड़े पैमाने में वित्तीय अनियमितताओं के सबूत भी मिले हैं. जिसके बाद अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और प्रवर्तन निदेशालय को जांच के लिए भी एसओजी पत्र लिखने की तैयारी में है.