Rajasthan: बाड़मेर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने पर 14 सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई. 8 सीनियर छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया. 6 छात्राओं को चेतावनी देकर छोड़ दिया. अभी मामले की जांच चल रही है. दोषी पाए जाने वाले सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मेडिकल कॉलेज में सीनियर स्टूडेंट्स के एक ग्रुप ने जूनियर स्टूडेंट्स को हॉस्टल में बुलाकर रैगिंग की. इसकी जानकारी जब कॉलेज प्रशासन को हुई तो उन्होंने जूनियर स्टूडेंट्स को बुलाकर पूछताछ की. जूनियर स्टूडेंट्स ने रैगिंग करने वाली सीनियर स्टूडेंट्स का नाम बताने से इनकार कर दिया.
जूनियर स्टूडेंट्स को दी थी धमकी
कॉलेज प्रशासन के आश्वासन के बाद रैगिंग करने वाले स्टूडेंट्स का नाम बताया. बताया कि जूनियर स्टूडेंट्स को धमकी दी गई थी कि रैगिंग के बारे में किसी को बताया तो उन्हें कल्चरल प्रोग्राम में भाग लेने नहीं दिया जाएगा. कॉलेज प्रशासन आरोपी स्टूडेंट्स को वार्निंग लेटर दे रहे हैं.
2 छात्र 2 महीने के लिए हॉस्टल से निष्कासित
मेडिकल कॉलेज में जूनियर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग के मामले में शिकायतें सामने आई थी, जिसके बाद एंटी रैगिंग कमेटी ने मामले की जांच की. दो सीनियर छात्रों का रैगिंग करते हुए का वीडियो सामने आया था. उन्हें 2 महीने के लिए और बाकी 6 छात्रों को 15 दिन के लिए हॉस्टल से निष्कासित किया गया है.
एंटी रैगिंग कमेटी को जांच के दिए निर्देश
रैगिंग के मामले में कॉलेज प्रशासन ने राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल डॉक्टर बीएल मंसूरिया, सहायक प्राचार्य डॉ. दिनेश परमार, डॉ.अरविंद चांदोरा, डॉ.अभिजीत जोशी, डॉ.महावीर चोयल, डॉ. एमएल.खत्री, डॉ. दीपक तंवर और डॉ.ज्योति पांडे सहित अन्य सदस्यों की एंटी रैगिंग कमेटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए हैं.
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