
Rajasthan News: राजस्थान में 'एक पौधा मां के नाम' अभियान शुरू किया गाय है. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार (7 अगस्त) को दूदू जिला के गाडोता में SDRF कैंप में पीपल का पौधा लगाकर इस अभियान का पूरे प्रदेश में शुभारंभ किया. इस अभियान में बड़ी संख्या में शहर और ग्रामीण लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. इस अभियान के तहत एक दिन में पूरे प्रदेश में 2 करोड़ से ज्यादा पौधारोपण किया गया. बता दें वृक्षारोपण महा अभियान के तहत आमजन को अभियान का हिस्सा बनाते हुए पौधों को विकसित करने के लिए मिशन हरियालो राजस्थान की थीम दी गयी है.
कार्यक्रम के तहत हरियाली तीज के अवसर पर दो करोड़ से अधिक पौधे राजस्थान में लगाए गये हैं. सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत लगाए गये पौधों को 'हरियालो राजस्थान' ऐप को क्यूआर कोड, एपीके, लिंक के माध्यम से डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन करके जिओ टैग एक नवाचार के तहत किया गया.
हर पौधे पर होगी विभाग की नजर
विश्व स्तर पर प्रकृति मां पर पड़ रहे विपरीत प्रभावों के समाधान के लिए पौधा रोपण कार्यक्रम को जन-आंदोलन का स्वरूप दिया गया है. राजस्थान सरकार ने नवाचार करते हुए प्रत्येक परिवार को अभियान से जोड़ने के उद्देश्य से एक पेड़ मां के नाम सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम बुधवार को संपूर्ण राजस्थान के जिलों, शहरों व गांवों के लोगों को जोड़ने के लिए विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. पौधारोपण के आयोजन में स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के परिवारों, धर्म गुरूओं, जन प्रतिनिधियों से लेकर आम-जन, कर्मचारी, अधिकारी, विभाग, सामाजिक संगठन, राजीविका, महिला सहयोगिनी, औद्योगिक संस्थानों एवं विद्यार्थियों को सहभागी बनाते हुए हरे-भरे राजस्थान का संकल्प लिया गया है. वहीं विभाग रोपण किये गए पौधों पर जिओ टैग के जरिए नजर रखी जाएगी.
7 करोड़ 54 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
अतिरिक्त मुख्य सचिव, वन एवं पर्यावरण अपर्णा अरोड़ा ने बताया कि बजट 2024-25 में इस अभियान के तहत 7 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. कार्यक्रम में पहली बार वन, शिक्षा, मनरेगा, शहरी व स्थानीय निकाय, राजीविका, वाटरशेड, सी एस आर, बागवानी, खनिज, पीडब्ल्यूडी, आईसीडीएस, कृषि, चिकित्सा व सिंचाई आदि विभागों को शामिल किया गया है. उन्हें विभागवार वृक्षारोपण के लिए 7 करोड़ 54 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है.
नरेगा महिला मेटों सहित लखपति दीदी ने भी निभायी भूमिका
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की विशेष भागीदारी सुनिश्चित की गयी थी, जिनमें महिला जनप्रतिनिधि, महिला अधिकारी, महिला कर्मचारी, लखपति दीदी, राजीविका सखी, स्वयं सहायता समूहों की महिलाऐं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका, आशा सहयोगिनी, नरेगा महिला मेट एवं श्रमिक सहित महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
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