Rajasthan Election 2023 News: राजकीय सेवा में रहते हुए कांग्रेस से विधानसभा चुनाव का टिकट मांगने वाले जूनियर इंजीनियर जोधराज मीणा को सस्पेंड कर दिया गया है. नगर विकास ट्रस्ट कोटा के सचिव ने शुक्रवार को निलंबन का आदेश जारी करते ये जानकारी साझा की है. बूंदी-कोटा यूआईटी में पोस्टेड जोधराज मीणा का टिकट के लिए दावेदारी करना शुरुआत से ही सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ था. उनके कई पोस्टर भी वायरल हो रहे थे. 21 अगस्त को उन्होंने VRS लेने के लिए यूआईटी सचिव कोटा को एक पत्र भी लिखा था, लेकिन सरकारी सेवा में रहते हुए कांग्रेस आलाकमान से लगातार दावेदारी को मुलाकात करने पर अब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
अशोक चांदना के करीबी
जोधराज मीणा मूल रूप से बूंदी के रहने वाले हैं. बूंदी में पहले नगर पालिका में जूनियर इंजीनियर पद पर कार्य किया. वहां से ट्रांसफर होकर मीणा कोटा यूआईटी में लगे. रिवर फ्रंट के कार्य में बतौर इंजीनियर शानदार योगदान करने के लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया. वे मंत्री अशोक चांदना के करीबी भी माने जाते हैं. बूंदी विधानसभा में मीणा समाज के 75 हजार बाहुल्य वोटों के स्तर पर मीणा समाज को साथ में लेकर चुनाव में उतारने के लिए वे करीब 6 महीने से अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं. वे लगातार गांव-गांव जाकर अपनी टीम के साथ प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं. विधानसभा के दावेदारी के दौड़ में कभी जयपुर तो कभी दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं.
आचार संहिता का उल्लंघन
यह बात उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने मीणा को राजकीय सेवा में रहते हुए कांग्रेस पार्टी से बूंदी विधानसभा के लिए देवदारी करने के लिए और आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए निलंबित कर दिया. जबकि जोधराज मीणा का कहना है कि 21 अगस्त को ही उन्होंने वीएसआर लेने के लिए अपने उच्च अधिकारी को प्रार्थना पत्र दे दिया था. बूंदी विधानसभा में लगातार 15 साल से कांग्रेस की हार के कारण को जोधराज मीणा ने अपनी मजबूत दावेदारी के आधार बताएं.
1. कमजोर जन आधार वाले व्यक्ति को टिकट देना जो गांव-गांव जाकर संपर्क नहीं करता.
2. शहरी क्षेत्र के व्यक्ति को टिकट देना, जिनकी लोकप्रियता शहरी क्षेत्र तक सीमित हो.
3. ग्रामीण क्षेत्र व किसानों की अनदेखी करना, जबकि 80% वोट ग्रामीण क्षेत्रों के हैं.
4. पुराने परंपरागत चेहरों को बार-बार टिकट देना जो बदलती टेक्नोलॉजी के अनुसार सोशल मीडिया में कम सक्रिय है तथा युवाओं से कम जुड़े हुए हैं.
5. ऊर्जावान अच्छे शिक्षित युवाओं को महत्व नहीं देना.
6. बूंदी की राजनीति में पुराने वरिष्ठ नेताओं के बीच में गुटबाजी.
7. ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र दोनों जगह लोकप्रिय, ग्रामीण व शहरी दोनों का शानदार समन्वय.
8. किसान पुत्र हैं, मूल रूप से गांव के रहने वाले हैं, अतः किसानों मजदूरों और गरीबों के दुख दर्द को समझते हैं.
9. मजबूत जन आधार, खुद के मीणा समाज के साथ-साथ बूंदी के सभी समाजों में बहुत अच्छी स्वीकार्यता.
10. दूरदर्शी सोच व विकास के नाम पर लोगों से जुड़ रहे है. बूंदी को एक विकसित आधुनिक नगरी बनाना चाह रहे हैं, चंबल नदी के रिवर फ्रंट में शानदार योगदान.
11. अच्छे शिक्षित युवा है, नया चेहरा है व बूंदी की स्थानीय राजनीति में किसी भी गुट में शामिल नहीं है एक गुटनिरपेक्ष चेहरा है.
12. व्यवहार कुशल व्यक्ति हैं, ऊर्जावान है, स्पष्ट बोलते हैं कहते हैं, सरकारी विभागों में कार्य करने का अनुभव अतः सिस्टम को अच्छे से समझते हैं.