
Rajasthan Vidhan Sabha: जयपुर के सांगानेर में दलित महिला से पुलिस कांस्टेबल द्वारा दुष्कर्म का मामला मंगलवार (11 मार्च) को राजस्थान विधानसभा में गूंजा. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार को घेरते हुए कहा, "राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में ही अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं, तो प्रदेश में कानून-व्यवस्था कैसे कायम रहेगी?" यह मुद्दा उस समय उठा जब कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा स्थगन प्रस्ताव के तहत प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर बोल रहे थे.
टीकाराम जूली ने सदन में पूछा सवाल
इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली खड़े हुए, और कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र सांगानेर में पुलिस ने एक दलित महिला का बलात्कार किया. प्रदेश में अपराध बेलगाम हो गया है, रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं, तो आमजन की सुरक्षा कैसे होगी?
जूली अपनी बात आगे बढ़ाते, इससे पहले ही उनका माइक बंद कर दिया गया. इस पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई, और सरकार पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दबाने का आरोप लगाया.
पूर्व सीएम गहलोत ने भी सरकार पर बोला था हमला
इससे पहले, इस घटना को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा चुकी है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार पर हमला बोलते हुए इसे कि कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति करार दिया था. गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि सरकार ने तत्काल कार्रवाई की है, आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया है. अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
जानें क्या है पूरा मामला
जयपुर के सांगानेर में महिला दिवस पर शनिवार (8 मार्च) को कांस्टेबल ने गर्भवती दलित महिला से रेप किया था. आरोपी कांस्टेबल महिला का बयान दर्ज कराने के बहाने घर से ले गया. इस दौरान महिला का तीन साल का बेटा भी मौजूद था. महिला के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. महिला के पति ने आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज कराया. इसके बाद आरोपी कांस्टेबल को सस्पेंड करके गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन इस घटना ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आरोपी कांस्टेबल भागाराम जयपुर के सांगानेर थाने में तैनात है.
यह भी पढ़ें: तीन साल के बेटे के सामने कांस्टेबल ने गर्भवती से किया रेप, बयान दर्ज कराने के बहाने ले गया होटल