चित्तौड़गढ़ में पिछले दिनों हुए एक धार्मिक आयोजन में एक दलित कथावाचक के सिर पर जूतों की पोटली रखवाकर माफी मंगवाने का एक वीडियो वायरल हुआ. एक पारंपरिक बगड़ावत कथावाचक दलित बुजुर्ग (डालचंद सालवी) बुजुर्ग पर आरोप है कि उसने बगड़ावत कथावाचन के दौरान कुछ गलत ऐतिहासिक तथ्य बयान कर दिया था. कथावाचन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद बढ़ा तो खाप पंचायत ने मीटिंग बुलाकर दलित बुजुर्ग से सिर पर जूतों की पोटली सिर पर रखवाकर सरेआम माफी मंगवाई. वीडियो में बुजुर्ग सिर पर पोटली रखकर हाथ जोड़े खड़ा नजर आ रहा है.
क्या था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, जिले के पारसोली थाना क्षेत्र के दुगार के एक दलित बुजुर्ग डालचंद सालवी बगड़ावत कथावाचन करते हैं. पिछले दिनों एक धार्मिक आयोजन के दौरान सालवी ने इतिहास के बारे में कुछ गलत पढ़ दिया. इसके बाद गत शनिवार को दुगार गांव में लोगों ने खाप पंचायत बुलाई, जिसमें दलित डालचंद सालवी को भी बुलाया गया. खाप पंचायत ने दलित बुजुर्ग डालचंद बलाई (सालवी) के सिर पर जूतों की पोटली रखवाकर सरेआम माफी मंगवाई.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस संबंध में पारसोली पुलिस थाना के SHO देवेन्द्र कुमार ने एनडीटीवी को बताया कि दुगार में एक बुजुर्ग दलित के मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है. प्रकरण में 7-8 लोगों को नामजद किया गया है. मामला SC-ST का होने से मामले की जांच बेगु सीओ के बद्रीलाल राव कर रहे हैं.
सीएम को सौंपा ज्ञापन
एक दलित बुजुर्ग के खिलाफ हुए इस वाक्ये के बाद दलित समाज नाराज बताया जा रहा हैं. इस मामले को लेकर भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने सीएम के नाम जिला कलेक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन सौंप कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है.
3 लोग को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस हरकत में आ गई है. सीओ के बद्रीलाल राव ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल 10 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, साथ ही 7 लोगों को नामजद किया गया है. उन्होंने बताया कि मामले की तफ्तीश चल रही है.