Rajasthan News: राजस्थान में सरकार लगातार स्वास्थ्य सुविधा और अस्पताल में अच्छी व्यवस्था देने की बात कर रही है. स्वास्थ्य विभाग लगातार स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक कर रहा है और स्थिति में सुधार के निर्देश भी दिये जा रहे हैं. लेकिन अस्पताल प्रशासन पर विभाग के निर्देशों का कोई असर नहीं पड़ रहा है. यही वजह है कि जिला अस्पताल की अव्यवस्था स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की पोल खोल रहा है. ताजा मामला डीग अस्पताल का है. जहां एक ओर वार्ड में कुत्तों का राज दिख रहा है तो दूसरी ओर पाया गया कि अस्पताल में महिला का प्रसव पुरुष नर्स करवा रहे हैं. जो भी भारी लापरवाही का उदाहरण है.
प्रसव के दौरान महिला को अच्छी सुविधा मिले इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है. लेकिन अस्पताल प्रशासन सरकार की नीति को पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं.
महिला का प्रसव पुरुष नर्स ने करवाया
डीग अस्पताल में डूंगरपुर निवासी 24 वर्षीय रेखा मीना पत्नि रमेश मीणा को बुधवार रात 2 बजे अचानक प्रसव पीड़ा हुई. जिसे परिजन डीग सीएचसी लेकर पहुंचे. जहां महिला को भर्ती कराया गया. महिला के प्रसव के दौरान महिला चिकित्सक व महिला नर्स अस्पताल में नहीं होने के कारण पुरुष नर्स द्वारा प्रसव कराया गया. उसके बाद महिला को भरतपुर रेफर कर दिया गया. अस्पताल में महिलाएं सुरक्षित एवं गोपनीय प्रसव कराने आती हैं. मगर अस्पताल में पुरुष नर्स द्वारा प्रसव कराना अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है.
अस्पताल परिसर और वार्ड में कुत्तों का डेरा
डीग जिला अस्पताल में कुत्तों ने अपना डेरा जमाया है. लेकिन इससे अस्पताल प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. हालात यह है कि जिस वार्ड में मरीजों का इलाज चल रहा है, वहां भी बेड के नीचे कुत्ते बैठे नजर आ रहे है. इन कुत्तों को देखकर मरीज और उनके परिजन दहशत में हैं. खुद को अस्पताल में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. वहीं विभाग इन कुत्तों को लेकर गंभीर नहीं है. जबकि इस वार्ड नवजात बच्चे भी रहते हैं, जिन्हें सबसे अधिक खतरा कुत्तों से रहता है.
जब इस मामले को लेकर के संयुक्त निदेशक डॉ.गौरव कपूर से संपर्क करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो सका.