
Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर जिले के सैपऊ उपखंड के झीलरा गांव में भारी बारिश और जलभराव का कहर देखने मो मिला. जिसने दो सगे भाइयों के पक्के मकान को तहस-नहस कर दिया. मंगलवार को हुए इस हादसे में जितेंद्र सिंह और धर्मेंद्र सिंह के मकान अचानक भरभराकर ढह गए.
जिसमें एक किसान परिवार का बहुत नुकसान हो गया. मकान में उनके खाने का मवेशियों के खाने का पूरा सामान था, जो अब पूरी तरह खराब हो चुका है. गनीमत रही कि हादसे के समय दोनों परिवारों के सभी सदस्य घर से बाहर थे, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया.
घरेलू सामान का भारी नुकसान
परिवार के मुखिया दशरथ सिंह ने बताया कि उनके बेटों के मकानों में अनाज, कपड़े, बर्तन, कूलर और फ्रिज समेत सारा घरेलू सामान बर्बाद हो गया. जितेंद्र ने हाल ही में नया मकान बनवाया था, लेकिन बारिश के पानी ने उसे भी नहीं बख्शा. जलभराव के कारण मकानों की दीवारें कमजोर हो गईं और सीलन ने नींव को खोखला कर दिया. अब दोनों परिवारों के पास खाने का एक दाना तक नहीं बचा है. दशरथ सिंह ने बताया कि गांव के चारों ओर पानी भरा है, जिससे हालात और खराब हो रहे हैं.
प्रशासन से मदद की गुहार
पीड़ित परिवार अब प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग कर रहा है. नायब तहसीलदार नाहर सिंह ने बताया कि हल्का पटवारी को मौके पर भेजकर नुकसान का आकलन शुरू कर दिया गया है. जल्द ही आर्थिक मदद के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा. लेकिन परिवारों का कहना है कि उन्हें तुरंत सहायता की जरूरत है.
खेती और मवेशी भी संकट में
झीलरा गांव के लोगों ने बताया कि बाढ़ और जलभराव ने खरीफ की फसलों जैसे बाजरा, मूंगफली, ग्वार, ज्वार और मक्का को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. मवेशियों के लिए चारा भी खत्म हो चुका है. ग्रामीणों का कहना है कि बारिश भले ही रुक गई हो, लेकिन खेतों में भरा पानी अगले दो महीने तक सूखने की उम्मीद नहीं है. ऐसे में ग्रामीणों के सामने आजीविका का संकट गहरा गया है.
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